प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगानगर के नवाबगंज थाना क्षेत्र में शुक्रवार सुबह नवाबगंज के कूड़ेसर गांव में चाचा-भतीजे की करंट लगने से मौत हो गई। स्वजन ने कहा कि पेड़ से दातून तोड़ते समय करंट लगने से यह अनहोनी हुई। इस दुर्घटना की जानकारी मिलते ही गांव में सन्नाटा पसर गया और मृतकों के घर कोहराम मच गया। 57 वर्षीय राजेंद्र विश्वकर्मा उर्फ नन्हे खेती के साथ ई-रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे। सुबह वह घर के पास नीम के नीम के पेड़ में दातून तोड़ने गए थे। बरसात में भीगे पेड़ में बिजली के तार से करंट दौड़ रहा था। करंट का झटका लगते ही वह गिर पड़े। चाचा को तड़पता देख भतीजा 18 वर्षीय सनी विश्वकर्मा पुत्र संतोष कुमार विश्वकर्मा बचाने दौड़ा, लेकिन वह भी करंट की जद में आ गया। मौके पर मौजूद लोगों ने दोनों को किसी तरह करंट से अलग कर तत्काल सीएचसी पहुंचाया, जहां डाक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर डांडी चौकी की पुलिस वहां पहुंची। पुलिस ने राजेंद्र तथा सनी के शव को सीलकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए। बताया गया कि सनी के पिता संतोष विश्वकर्मा दिल्ली में प्राइवेट नौकरी करते हैं। हादसे के बाद राजेंद्र की पत्नी लालती देवी का रो-रोकर बुरा हाल है। पीड़ित परिवार के कृष्ण कुमार की तहरीर पर पुलिस ने इत्तेफाकिया सूचना दर्ज की है। फिलहाल त्योहार के समय इस दुखद घटना से परिवारी जनों का रो-रोकर बुरा हाल है। लोग दुख जताते रहे कि अब राजेंद्र और सनी के परिवार का पालन-पोषण कैसे होगा। राजेंद्र ही परिवार के मुखिया और कमाने वाले थे, जबकि सनी की उम्र कम थी और उसका भविष्य अभी बना ही नहीं था। परिवार को आर्थिक संकट से उबारने के लिए ग्रामीण प्रशासन से मदद की मांग कर रहे हैं।
एसडीओ ने कहा- चार्जर से लगा दोनों को करंट
पेड़ में करंट उतरने पर इस अनहोनी के पीछे जिसमें बिजली विभाग की लापरवाही भी रही है। उपखंड अधिकारी फाफामऊ जेके यादव ने बताया कि जांच में पाया गया कि राजेंद्र घर में ई-रिक्शा चार्ज कर रहे थे, तभी चार्जर में करंट आने से झुलस गए। बचाने में भतीजा भी चपेट में आ गया, जिससे दोनों की मौत हो गई।