नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर अपना पहला आईसीसी महिला वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीत लिया है। यह ऐतिहासिक जीत भारतीय महिला टीम को नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में मिली।
साल 2005 और 2017 के फाइनल में हार के बाद, 2025 की यह जीत पूरे देश के लिए भावुक पल रहा। कप्तान हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में टीम ने लीग चरण में लगातार तीन मैच हारने के बाद शानदार वापसी करते हुए इतिहास रचा। इस जीत के बाद खिलाड़ियों की ब्रांड वैल्यू और स्पॉन्सरशिप में भी बड़ा इजाफा हुआ है, जिसमें सबसे ज्यादा फायदा जेमिमा रोड्रिग्स को मिला है।
दरअसल, ‘द इकनॉमिक टाइम्स’ की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय महिला क्रिकेटरों में जेमिमा रोड्रिग्स की ब्रांड वैल्यू में सबसे ज्यादा उछाल आया है। उनकी ब्रांड फीस में लगभग 100ः तक बढ़ोतरी हुई है। आईसीसी महिला वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उनकी नाबाद 127 रनों की मैच-विनिंग पारी ने बड़ी कंपनियों का ध्यान खींचा। इस प्रदर्शन के बाद जेमिमा को कई बड़े ब्रांड्स से ऑफर मिले।
जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स के चीफ कमर्शियल ऑफिसर करण यादव ने बताया कि अब जेमिमा प्रति ब्रांड 75 लाख से 1.5 करोड़ रुपये तक चार्ज कर रही हैं। जेमिमा पहले से ही बड़ी कंपनियों का हिस्सा हैं। अब उन्हें लाइफस्टाइल, वेलनेस और फाइनेंस जैसे नए क्षेत्रों से भी ऑफर मिल रहे हैं। करण यादव के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया मैच के बाद हमें ब्रांड्स से 10-12 अलग-अलग कैटेगिरी में ढेरों रिक्वेस्ट आने लगीं। बता दें कि जेमिमा सिर्फ क्रिकेट ही नहीं, बल्कि डांस, सिंगिंग, गिटार और मैंटल हेल्थ पर खुलकर बात करने की वजह से भी लोगों की फेवरेट है। यही कारण है कि ब्रांड्स उन्हें एक रिलेटेबल और पॉजिटिव आइकन के रूप में देख रहे हैं। स्पोर्ट्सदुनिया के अनुसार, उनकी कुल नेटवर्थ लगभग 8 से 15 करोड़ रुपये है।
कौन हैं भारत की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली महिला क्रिकेटर?
स्मृति मंधाना इस समय भारत की सबसे अधिक कमाई करने वाली महिला क्रिकेटर हैं। ठब्ब्प् के केंद्रीय अनुबंध में स्मृति, हरमनप्रीत और दीप्ति शर्मा ग्रेड । (50 लाख सालाना) में हैं, लेकिन स्मृति की सबसे बड़ी कमाई ॅच्स् से होती है। महिला प्रीमियर लीग में रॉयल चौलेंजर्स बेंगलुरु ने स्मृति को पहली नीलामी में 3.4 करोड़ रुपये में खरीदा था ,जो लीग का सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट था। स्मृति करीब 16 बड़े ब्रांड्स को एंडोर्स करती हैं और हर ब्रांड 1.5 से 2 करोड़ रुपये चार्ज करती हैं। साल 2025 में उनकी कुल नेटवर्थ लगभग 34 करोड़ रुपये के करीब है। वर्ल्ड कप जीत के बाद उनकी ब्रांड फीस में 25-30 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।
