भोपाल। महिला वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय क्रिकेट टीम की सदस्य क्रांति गौड़ ने अपने शानदार प्रदर्शन से अपने परिवार और नगर के साथ-साथ प्रदेश का भी नाम रोशन कर दिया। फाइनल मैच में द. अफ्रीका को हराने वाली भारतीय टीम में शामिल छतरपुर के घुवारा की क्रांति को राज्य शासन द्वारा एक करोड़ प्रोत्साहन राशि देने की घोषणा मुख्यमंत्री डा. मोहन यादव पहले ही कर चुके हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने क्रांति गौड़ से वीडियो कॉल के माध्यम से सीधे बातचीत की और उन्हें इस ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी। बातचीत का यह भावनात्मक वीडियो सीएम ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर भी साझा किया।
प्रदर्शन से गौरवान्वित
सीएम ने वीडियो कॉल के दौरान क्रांति की इस उपलब्धि पर गौरवान्वित होते हुए कहा - वाकई, क्रांति ने क्रांति कर दी। आपका मैच देखकर हम सबको आनंद आ गया। हमें गर्व है कि हमारी छोटी बहन ने रिकॉर्ड बनाया। इससे पूरा प्रदेश और देश गौरवान्वित है। यह गौरव तब और बढ़ जाता है जब रिकॉर्ड बनाने वाली बेटी प्रदेश की हो।
इसके बाद सीएम डॉ. यादव ने क्रांति से मुस्कराते हुए पूछा कि जीत के दिन नींद आई कि नहीं आई, तो प्रदेश की इस लाड़ली क्रिकेटर ने कहा कि उस दिन तो सुकून की नींद आई। फाइनल से पहले जरूर मन में चिंता थी।
सरकार हरदम खिलाड़ियों के साथ
वीडियो कॉल पर चर्चा के दौरान डॉ. यादव ने क्रांति से कहा कि फाइनल में आपका परफॉर्मेंस जबरदस्त था। आपके इस खेल से अन्य खिलाडियों व युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश निरंतर आगे बढ़ रहा है। हमारा यही प्रयास है कि हमारी बहन-बेटियां इसी तरह और आगे बढ़ें। मेरी अपनी ओर से आपको बहुत-बहुत बधाई। आपके माता-पिता और परिवार को नमस्कार। आपको शुभकामनाएं। हमारी सरकार खिलाड़ियों की हरसंभव मदद करेगी।
परिवार में रही आर्थिक तंगी
गौरतलब है कि क्रांति गौड़ का परिवार आर्थिक तंगी से जूझता रहा है। क्रांति के पिता मुन्नालाल एएसआइ थे, लेकिन उनको वर्ष 2012 में एक मामले में निलंबित कर दिया गया था। क्रांति के बड़े भाई मयंक ने बताया कि पिता के निलंबित होने के बाद परिवार की आर्थिक स्थिति ज्यादा खराब हो गई थी, उनको काम करने के लिए दिल्ली जाना पड़ा। क्रांति को बचपन से ही क्रिकेट से लगाव रहा है। वह अपने हुनर के दम पर भारतीय क्रिकेट टीम का हिस्सा बनी और विश्वविजेता बन गई।
