गोंडा। जिले में युवक की हिरासत में मौत मामले में बड़ी कार्रवाई की गई है। मामले में दो दरोगा व एक पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया गया है।
रेलवे सुरक्षा बल की हिरासत में मोतीगंज के किनकी गांव निवासी संजय की मौत के मामले में बृहस्पतिवार को बड़ी कार्रवाई की गई है। आरोपों की जद में आए आरपीएफ के उपनिरीक्षक सुरेंद्र कुमार, करण सिंह यादव तथा कांस्टेबल अमित कुमार यादव को निलंबित कर दिया गया है। आरपीएफ के डीआईजी चंद्रमोहन मिश्र का कहना है कि यह कार्रवाई प्रथमदृष्टया आरोप पर की गई है। मामले की विस्तृत जांच चल रही है।
मंगलवार को सुबह करीब 11 बजे आरपीएफ ने चोरी के आरोप में संजय को हिरासत में लिया था। बताया गया कि पूछताछ के दौरान तबीयत बिगड़ने पर संजय को मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया था।
इस मामले में बुधवार को मृतक के भाई राजू सोनकर ने आरपीएफ कर्मियों पर हिरासत के दौरान पिटाई करके मार डालने का आरोप लगाते हुए हत्या की तहरीर दी थी। इस पर कोतवाली नगर में तीनों आरपीएफ कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले की जांच कोतवाली नगर पुलिस कर रही है।
केंद्रीय मंत्री के प्रतिनिधि ने की मुलाकात
केंद्रीय विदेश राज्यमंत्री कीर्तिवर्धन सिंह के प्रतिनिधि राजेश सिंह ने बृहस्पतिवार को किनकी गांव पहुंचकर परिजनों से मुलाकात की। साथ ही कहा कि परिजनों को हर संभव न्याय दिलाया जाएगा। सरकार इस मामले में पूरी तरह से गंभीर है।