प्रयागराज (राजेश सिंह)। सीबीआई ने कांधला-गोरखपुर एलपीजी पाइपलाइन प्रोजेक्ट में 6.50 करोड़ रुपये का फर्जी तरीके से मुआवजा देने के मामले में धूमनगंज स्थित सुनील कुमार अहिरवार के घर पर छापा मारा। करीब तीन घंटे तक चली कार्रवाई के दौरान सीबीआई ने कई अहम जानकारियां जुटाईं।
इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के प्रोजेक्ट मैनेजर सुनील कुमार अहिरवार के ठिकाने से सीबीआई को पता चला कि अधिकारियों और बाहरी लोगों की मिलीभगत से गलत नाम मुआवजे की सूची में शामिल किए गए। जानबूझकर बैंक अकाउंट नंबर में बदलाव कर मुआवजा अपात्रों को दे दिया गया। सबसे ज्यादा फर्जी मुआवजा प्रयागराज से दिया गया है। यह राशि चार करोड़ से अधिक बताई गई है।
उन्होंने फर्जी बैंक खाते खोलकर उसमें आई मुआवजे की रकम को ट्रांसफर कर दिया। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) की शिकायत पर सीबीआई जांच कर रही है। कार्रवाई के दौरान प्रयागराज के अलावा अन्य कई शहरों में भी फर्जी तरीके से मुआवजा देने का खुलासा हुआ। इसे लेकर टीम को कई साक्ष्य मिले हैं।
सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की टीम अन्य ठिकानों पर भी छापे मार सकती है। यहां से जुटाए गए दस्तावेजों को टीम अपने साथ ले गई है। वहीं सुनील कुमार अहिरवार से मुआवजा देने के नाम पर फर्जी तरीके से खुलवाए गए बैंक खातों को लेकर भी सीबीआई रिकॉर्ड खंगाल रही है।
