प्रयागराज (राजेश सिंह)। विधानसभा चुनाव के पांचवे चरण के मतदान में लोग उत्साह के साथ मतदान कर रहे हैं। ज्यादातर मतदान केंद्रों पर लंबी लाइन लगी है वोटरों की। युवा हो या बुजुर्ग और महिलाएं, यहां तक कि दिव्यांग और लाचार लोग भी मतदान करने पहुंचे हैं, लेकिन इन सबके बीच कोरांव इलाके के भोगन गांव के लोगों ने यह कहते हुए दोपहर तक मतदान नहीं किया कि पंप कैनाल नहीं तो वोट नहीं। नतीजा यह कि बारह बजे तक वहां वोट डालने कोई भी बूथ तक नहीं पहुंचा। गांव वाले इस बारे में एक बैनर लेकर खड़े हो गए। उनका कहना है कि नहर नहीं होने से उनके लिए खेतों की सिंचाई करना कठिन हो रहा है। ऐसे में खेती मुश्किल हो गई है। फसल पानी के अभाव में सूख जाती है।
खेती ही उनकी जिंदगी है लेकिन पंप कैनाल के अभाव में उनके लिए खेती किसानी भी करना दूभऱ है फिर वे क्या खाएं और कैसे जीवन गुजारें। पहले इस समस्या का हल होना चाहिए। भोगन गांव के लोगों द्वारा मतदान के बहिष्कार की तस्वीर वायरल होने पर जिला प्रशासन में हलचल मची जिसके बाद सीडीओ सीपू गिरि, एसपी यमुनापार सौरभ दीक्षित को वहां भेजा गया। सीडीओ ने गांव वालों से बात की और यह कहकर समझाने का प्रयास किया कि वे अभी मतदान करें, उनकी बात जिला प्रशासन के जरिए शासन तक पहुंचा दी जा रही है। अभी चुनाव आचार संहिता है तो नहर के बारे में कोई सीधे तौर पर ऐलान नहीं कर सकता है। वे मतदान करें, शासन स्तर से नहर के बारे में फैसला लिया जाएगा।