नई दिल्ली। क्या रूस और यूक्रेन के बीच जंग शुरू हो गई है. दरअसल, पूर्वी यूक्रेन के डोनेट्स्क शहर में एक कार में जोरदार धमाका हुआ है. इसके बाद गैस पाइपलाइन में आग लग गई. गौरतलब है कि इस शहर पर रूस समर्थित अलगाववादियों का कब्जा हैं. ऐसे में ये भी माना जा रहा है कि, यह हमला रूस से 'फॉल्स फ्लैग अभियान' का हिस्सा हो सकता है. बता दें, अमेरिका समेत यूरोप के कई देश रूस पर अमेरिका समेत यूरोप के कई देश 'फॉल्स फ्लैग हमला' का आरोप लगा रहे हैं.
क्या होता है फॉल्स फ्लैग: दरअसल फॉल्स फ्लैग अभियान किसी देश के जबरन आक्रमण का हिस्सा है. इससे तहत कोई देश अपने ही देश पर पहले खुद से हमला करवाता है, फिर इसका इल्जाम अपने विरोधी देश पर डालकर जवाबी कार्रवाई के बहाने उस देश पर हमला कर देता है. रूस और यूक्रेन के बीच लगातार बढ़ रहे तनातनी के बीच कई देश रूस पर ये इल्जाम भी लगाने लगे हैं.
इधर, कार में ब्लास्ट का जिम्मेदार रूस यूक्रेन को बता रहा है. रूस ने कहा है कि, ये यूक्रेन का हमला है. इसको लेकर रूस ने इलाके से अपने लोगों को हटाना भी शुरू कर दिया है. साथ की रूस की ओर से बयान भी आ रहा है कि, यूक्रेन कभी भी बड़ा हमला कर सकता है. इधर, अमेरिका ने भी साफ कर दिया है कि रूस यूक्रेन पर कभी भी हमला कर सकता है. हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने साफ कर दिया है अगर रूर यूक्रेन पर हमला करता है तो अमेरिका अपने सैनिक नहीं भेजेगा. इधर, यूक्रेन पर मंडरा रहे संकट के बीच देश के पूर्वी हिस्से की सीमा पर भारी गोलाबारी की खबर है.
अंतरराष्ट्रीय निगरानीकर्ताओं के एक समूह ने यह दावा किया है. इस समूह के अनुसार, गुरुवार को यहां 24 घंटे में 300 से ज्यादा विस्फोट हुए हैं. यह संख्या पिछले महीने की तुलना में करीब चार गुणा अधिक है.
गौरतलब है कि अमेरिका सहित तमाम देश यूक्रेन की सीमा के पास रूसी सैनिकों के जमावड़े पर करीबी नजर रखे हुए हैं. इस बीच पश्चिम देशों ने चेतावनी दी कि अशांत पूर्वी हिस्से से चिंगारी पूरे देश में भड़क सकती है. अमेरिका ने कहा है कि यह टकराव रूस को सीमा पार करने का बहाना दे सकता है. यूक्रेन के सैन्य कमांडर ने कहा कि पूर्वी स्तेनीत्सीय लुशांका गांव में हुई गोलाबारी में तीन लोग घायल हो गये और आधे गांव की बिजली आपूर्ति ठप्प हो गयी. धमाके बीस मिनट तक जारी रहे. निगरानीकर्ताओं के मुताबिक एक दिन में संघर्ष विराम उल्लंघन की करीब 600 घटनाएं हुईं.