जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रयागराज के निर्देशन में किया गया आयोजन
कौड़ीहार, प्रयागराज (राजेश सिंह): बेसिक शिक्षा विभाग के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है,जब इतने बच्चे ऑनलाइन क्लास से जुड़े और कहानी कविता का मंचन किया। बच्चों का उत्साह देखकर डाइट प्राचार्य कमलेश बाबू ने अपने संबोधन में कहा कि ऐसे आयोजन अक्सर किए जाने चाहिए जिससे बच्चों की प्रतिभा को निखारने का मौका मिले। वही डीसी.प्रशिक्षण डॉ.विनोद मिश्र ने भी अपने आशीर्वचन बच्चों को दिए और उन्होंने कहा कि इससे बच्चों की मौलिक अभिव्यक्ति का विकास होता है। साथ ही वह अपनी बातों को कह पाने में मुखर बनते हैं। इस तरह से पहली बार इन बच्चों ने और शिक्षकों ने भी उत्साह दिखाया और प्रयागराज के बेसिक शिक्षा के इतिहास में एक नया आयाम लिख दिया। बहुत सारे बच्चों के वीडियोस टेलीग्राम लिंक पर भी एकत्र किए गए हैं। उनकी मदद से उस प्रत्येक बच्चे को प्रमाण-पत्र दिए जाने की भी योजना बनाई जा रही है। एक फीडबैक लिंक के द्वारा इन बच्चों को प्रमाण पत्र दिए जाना प्रस्तावित है। जिले के बेसिक शिक्षा विभाग के मुखिया,जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रवीण तिवारी के निर्देशन में पूरे जिले में यह ऑनलाइन " कहानी पढ़ो- कहानी सुनाओ " का आयोजन किया गया। जिसमें पूरे प्रयागराज के साथ-साथ सहारनपुर और झांसी ने भी अपनी प्रस्तुति दी। शिक्षिकाओं में जहां रिशु मिश्र, डाली, रेखा सिंह, शांति भूषण द्विवेदी, संजय जयसवाल, मोहम्मद शहजाद सरोज, मुकेश कुमार श्रीवास्तव, रीता गुप्ता सहारनपुर से और झांसी से निधि, संध्या जायसवाल, रूबी, सबा रिज्वी, ममता विश्वकर्मा, सबा करीम, गजाला शबनम, विनम्रता तिवारी, विजयलक्ष्मी, मधुलिका सिंह, मीनाक्षी समेत अनेक शिक्षक अपने अपने बच्चों के साथ जुड़े और सभी ब्लॉक के शिक्षकों व बच्चों ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। सभी शिक्षकों ने कहा कि अब भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन किए जाएंगे।
बच्चों को बहुत आनंद आया और उन्होंने कहा कि ऐसे प्रतियोगिता का आयोजन अक्सर किया जाना चाहिए। इन बच्चों और इन शिक्षकों का उत्साह देखकर यह बात याद आती है कि- " कौन कहता है,आसमां में सुराख नहीं हो सकता। एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारो।" निश्चित रूप से यह एक शुरुआत है। हमारे बच्चों की रीडिंग कैंपेन के माध्यम से कि हम उन्हें किस तरह से नई टेक्नोलॉजी से जोड़कर उनके रीडिंग स्किल को उनके बोलने के कौशल को व उनके मौलिक अभिव्यक्ति को ज्यादा से ज्यादा बढ़ा सकते हैं। बच्चों में आसलान कृति केसरवानी,अक्षत शर्मा,हर्षित,रिया,कृष्णकांत,प्रशस्ति,प्रिंस,खुशी,अंशिका समेत अनेक बच्चों की प्रस्तुति सराहनीय रही। बीएसए प्रयागराज प्रवीण तिवारी द्वारा एक टेलीग्राम लिंक बनाया गया है,जिस पर 6000 शिक्षक जुड़े हुए हैं।उस ग्रुप पर इन बच्चों के जिले भर के बच्चों के कहानी की वीडियोस प्रसारित किए जा रहे हैं। तो निश्चित रूप से यह अभियान बच्चों की शिक्षा में मील का पत्थर साबित होगा। प्रयागराज के तीनों एसआरजी वंदना श्रीवास्तव, डॉ प्रशांत ओझा, सुनील तिवारी के साथ-साथ एआरपी जय सिंह और सविता पांडेय द्वारा इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया। खंड शिक्षा अधिकारी कौड़ीहार डा.ओम प्रकाश मिश्र ने अपने ब्लॉक की शिक्षिका सविता पांडेय द्वारा किये गए इस सराहनीय प्रयास के लिए उनकी सराहना की और बधाई दी।