प्रयागराज (राजेश सिंह). आपरेशन माफिया के तहत पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कौड़िहार ब्लाक के प्रमुख मो. मुजफ्फर की पांच करोड़ की अचल संपत्ति को कुर्क कर ली है और अब उसके दो अपराधी भाइयों के खिलाफ एक्शन लेने की तैयारी चल रही है। सपा नेता मुजफ़्फर पूरामुफ्ती व नवाबगंज थाने का हिस्ट्रीशीटर है और इस वक्त नैनी जेल में बंद है। पुलिस का कहना है कि अभियुक्त ने गोतस्करी के जरिए अपने व अपनी बीवी शाहिबा बेगम के नाम पर बमरौली उपरहार में करोड़ों रुपये की संपत्ति बनाई थी। इसमें मकान, दुकान और भूखंड शामिल है, जिसे अब गैंगस्टर की धारा 14 (1) के तहत कुर्क करने की कार्रवाई की गई है। नवाबगंज में चफरी में नवंबर 2018 में एक डीसीएम प्रतिबंधित मांस पकड़ा गया था, जिसके आधार पर मुजफ्फर व अन्य के विरुद्ध गोवध निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा लिखा गया था। जांच में पता चला था कि वह अपने कुछ साथियों के साथ संगठित गिरोह बनाकर गोतस्करी करता है। उसके खिलाफ प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, भदोही, चंदौली और वाराणसी जिले में आपराधिक व गोवध निवारण अधिनियम के 30 मुकदमे दर्ज हैं। आपराधिक इतिहास के कारण पहले उसकी हिस्ट्रीशीट खोली गई और फिर पूरामुफ्ती थाने में मुजफ्फर व उसके 14 साथियों के खिलाफ गैंगस्टर का मुकदमा कायम किया गया था। इसी मुकदमे में उसकी अवैध रूप से अर्जित संपत्ति को चिंहित कर कुर्क करने के संबंध में जिलाधिकारी को रिपोर्ट भेजी गई थी। वहां से कुर्की का आदेश होने पर बुधवार दोपहर एसएसपी अजय कुमार, एसपी सिटी दिनेश कुमार सिंह, सीओ संतोष सिंह, एडीएम, इंस्पेक्टर अनूप सिंह व थानाध्यक्ष उपेंद्र प्रताप सिंह पुलिस फोर्स, पीएसी के साथ बमरौली उपरहार पहुंचे। फिर चिंहित संपत्तियों को कुर्क करते हुए सरकारी ताला लगाया और नोटिस चस्पा की गई। पुलिस की इस कार्रवाई से ब्लाक प्रमुख व उसके करीबियों में खलबली मच गई। पांच घर होकर परिवार को बेघर होना पड़ा है। एसएसपी ने बताया कि कुख्यात गोतस्कर व माफिया मुजफ्फर का सगा भाई मोहम्मद अशरफ और मोहम्मद असलम भी पूरामुफ्ती थाने के हिस्ट्रीशीटर हैं। उनकी भी अवैध रूप से अर्जित चल, अचल संपत्ति का पता लगाया जा रहा है। जल्द कार्रवाई की जाएगी। साथ ही इसके गैंग से जुड़े अन्य लोगों पर भी कानूनी शिकंजा कसा जाएगा।