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प्रयागराज : पांच वर्षों से आज भी जिले मे सामुहिक हत्याओं का क्रम जारी

SV News

प्रयागराज (राजेश सिंह). प्रयागराज के गंगापार स्थित सोरांव तहसील में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्‍या शनिवार को हुई। सामूहिक हत्याकांड की यह वारदात कोई पहली नहीं है। इससे पहले भी गंगापार सामूहिक हत्याओं से दहल चुका है। वर्ष 2017 से शुरू हुआ सामूहिक हत्याओं का सिलसिला आज भी जारी है। इन घटनाओं में कई का राजफाश तक आज तक नहीं हुआ। जो हुआ भी उसे लेकर पुलिस पर सवालिया निशान भी लगे। अब खागलपुर की घटना सामने हैं, जिसके राजफाश को लेकर पुलिस की सात टीमें लगाई गई हैं. 

2017 में नवाबगंज में एक ही परिवार के चार लोगों का कत्‍ल

23 अप्रैल 2017 को नवाबगंज थाना क्षेत्र के शहावपुर गांव में मक्खन गुप्ता, उनकी पत्नी मीरा देवी, बेटी वंदना व निशा की सामूहिक हत्या हुई थी। पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, लेकिन बाद में घटना का सही राजफाश होने पर पहले गिरफ्तार किए गए लोग निर्दोष निकले।

2017 में थरवई में राजस्‍थान के दंपती व बेटी को जिंदा जलाकर मारा

मार्च 2017 में थरवई थाना क्षेत्र के पडि़ला महादेव मंदिर पर शिवरात्रि मेले के दौरान राजस्थान से आए एक दंपती और उसकी बेटी को जिंदा जलाकर मार डाला गया था।

2018 में नवाबगंज में चार लोगों की हत्‍या

19 मार्च 2018 को नवाबगंज थाना क्षेत्र के शहावपुर उर्फ पसियापुर गांव में सुशीला, उसके दो बेटे सुनील व अनिल की हत्या कर दी गई थी। आरोप में एक रिश्तेदार को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था।

2018 में सोरांव एक ही परिवार के चार लोगों को मार डाला

सात दिसंबर 2018 को सोरांव थाना क्षेत्र के बिगहियां गांव में सरकारी कर्मचारी कमलेश देवी, उसकी बेटी, दामाद प्रताप नरायण के साथ उसके नाती विराट को मौत के घाट उतार दिया गया था। पांच जनवरी 2020 को सोरांव थाना क्षेत्र के यूसुफपुर गांव निवासी विजय शंकर तिवारी, उसकी पत्नी सोनी, सोनू, कान्हा, कुंज की धारदार हथियार से मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें बिहार गैंग के छह सदस्यों को गिरफ्तार किया था।

2020 में होलागढ़ में भी एक ही परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्‍या

दो जुलाई 2020 को होलागढ़ थाना क्षेत्र के बरई हरख गांव के शुकुलपुर मजरा निवासी विमलेश पांडेय, उनके बेटे प्रिंस, बेटी श्रेया व शीबू की धारदार हथियार से गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। विमलेश की पत्नी ऊषा को भी मरणासन्न कर दिया था। पुलिस ने छेमार गैंग के बदमाशों को गिरफ्तार कर मामले का राजफाश किया था।

2021 में फाफामऊ कांड में आज तक किसी नतीजे पर नहीं पहुंची पुलिस

पिछले वर्ष 28 नवंबर को फाफामऊ क्षेत्र के एक गांव में दंपती और उसके दो बच्चों को कुल्हाड़ी से काट डाला गया था। इसमें दंपती की 17 वर्षीय पुत्री के साथ सामूहिक दुष्कर्म भी करने की बात कही गई थी, जिसके आधार पर पुलिस ने सामूहिक दुष्कर्म के बाद हत्या की रिपोर्ट दर्ज की थी। गांव के ही रहने वाले एक परिवार के 11 लोगों को नामजद किया गया है। पुलिस ने नामजद आरोपितों की जगह दूसरे युवकों को जेल भेज दिया था। साक्ष्यों के आधार पर जेल भेजे गए आरोपित कुछ ही समय में जमानत पर रिहा भी हो गए थे। आज तक इस हत्याकांड को लेकर पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है।

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