प्रयागराज (राजेश सिंह). नवाबगंज के खागलपुर में हुई पांच लोगों की हत्या के मामले में पुलिस जल्द की किसी निष्कर्ष पर पहुंच सकती है। इस हत्याकांड का खुलासा पुलिस कभी भी कर सकती है। परिवार के करीबी संदीप के बयान के बाद बाद गुत्थी लगभग सुलझ गई है। घटना को लेकर जिस तरह की आशंका जाहिर की जा रही थी वह लगभग सही साबित होताी दिख रही है। पुलिस को अभी तक की पूछताछ में बाहरी व्यक्ति के द्वारा हत्या के कोई सुराग नहीं मिल सके हैं। राहुल ने मौत से पहले जो सुसाइड नोट लिखा था इसमें कसूरवार बताए गए अधिकांश लोगों को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है। इन सबके ऊपर आत्महत्या के लिए उकसाने की ही धाराएं लगाई गई हैं, क्योंकि मोबाइल कॉल डिटेल्स और लोकेशन में जो तथ्य सामने आए हैं वह काफी चौकाने वाले हैं। राहुल के पोस्टमार्टम के बाद भी स्थिति साफ हो गई है। घटना के दिन किसी भी आरोपी की लोकेशन खागलपुर गांव में नहीं पाई गई है। इससे यह जाहिर हो रहा है कि घटना को अंजाम राहुल ने ही दिया है और बाद में अपनी भी जान दे दी। वह जिन लोगों से परेशान था उनका नाम सुसाइड नोट में लिख दिया है। पुलिस की जांच में भी यह बात सामने आई है कि राहुल के संबंध ससुराल के लोगों से ठीक नहीं चल रहे थे। जमीन और पैसे को लेकर विवाद काफी आगे बढ़ गया था। आर्थिक तंगी और तगादेदारों से परेशान होकर राहुल ने यह कदम उठाया है। घटना के खुलासे के लिए सात टीमों का गठन किया गया है लेकिन सभी टीमों की जांच में बात वहीं पर घूम फिरकर आ जा रही है, जो बात परिवार के करीबी संदीप ने पुलिस की पूछताछ में बताया है। पति-पत्नी के बीच भी विवाद काफी गहरा गया था। ऐशो आराम की जिंदगी जीने वाला राहुल आर्थिक तंगी और कर्ज के बोझ के तले दबे होने के कारण काफी अवसाद में चला गया था। तनाव में आकर ही उसने परिवार को खत्म करने का निर्णय लिया होगा। सभी टीमों की रिपोर्ट आने के बाद पुलिस जल्द की इस सामूहिक हत्याकांड का खुलासा कर सकती है। पुलिस सूत्रों की मानें तो भले ही राहुल के द्वारा ही परिवार का सफाया किया गया हो लेेकिन उसने जिन लोगों के नाम सुसाइड नोट में लिखे हैं फिलहाल उन्हें राहत मिलती नजर नहीं आ रही है। पुलिस का मानना है कि राहुल को यह कदम उठाने के लिए इन्हीं लोगों ने मुख्य भूमिका अदा की। खागलपुर हत्याकांड में 48 घंटे की जांच के बाद हालात व सबूत हत्या के बाद खुदकुशी की ही ओर इशारा कर रहे हैं। रविवार को भी जांच के दौरान कई ऐसी बातें सामने आईं, जो पुलिस की ही थ्योरी को और बल दे रही हैं। इसमें क्राइम सीन के साथ ही सुसाइड नोट और परिवार के बेहद करीबी संदीप पाल का बयान शामिल है। फिलहाल पुलिस अफसर कुछ खुलकर बोलने को तैयार नहीं हैं, लेकिन उनका कहना है कि साक्ष्यों के आधार पर ही मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी। घटना के बाद हत्या और हत्या के बाद खुदकुशी की दो थ्योरियां सामने आईं थीं। एक थ्योरी के अनुसार राहुल ने ही पत्नी- बच्चों को मारने के बाद खुदकुशी कर ली। जबकि दूसरी थ्योरी में आशंका जताई गई कि पत्नी-बच्चों को मारने के बाद राहुल को भी मारकर फांसी पर लटका दिया गया। पुलिस की उलझन इसलिए भी बढ़ गई क्योंकि सुसाइड नोट में राहुल ने ससुरालपक्ष के 11 लोगों के नाम लिखे। साथ ही यह भी लिख दिया कि उन्होंने घर आकर उसकी पत्नी व बच्चों की हत्या कर दी। लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच पड़ताल के क्रम में सामने आई बातों व साक्ष्यों से दूसरी थ्योरी कमजोरी पड़ गई।
वहीं एसएसपी प्रयागराज अजय कुमार का कहना है कि क्राइम सीन, सुसाइड नोट व सामने आए साक्ष्यों के आधार पर गहनता से जांच पड़ताल की जा रही है। घटना का शीघ्र ही खुलासा कर दिया जाएगा