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गायत्री यज्ञ, मंत्र जप व संस्कार से ही‌ मानव समाज का उत्थान संभव - आचार्य रामनारायण

 

Svnews

मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)

पांच दिवसीय नौ कुंडीय गायत्री महायज्ञ प्रज्ञा पुराण कथा गायत्री चेतना केंद्र मेजा में अखिल विश्व गायत्री परिवार शांतिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में प्रज्ञा अवतार युग रिसीवर श्रीराम शर्मा आचार्य शांतिकुंज हरिद्वार के अंतर्गत है मानव कल्याण विश्व कल्याण मनुष्य में देवत्व का उदय धरती पर स्वर्ग का वातावरण प्राकृतिक संरक्षण सद्बुद्धि भाईचारा सेवा सहयोग उदारता प्रेम की प्रवृत्ति सभ्य समाज का निर्माण ऐसी परिकल्पना को आधारभूत है देते हुए गायत्री परिजन द्वारा गृहे गृहे यज्ञ प्रज्ञा पुराण एवं गायत्री जयपुर का आयोजन किया जा रहा है।डॉक्टर राम नारायण त्रिपाठी ने  प्रज्ञा अवतार श्रीराम शर्मा आचार्य जी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि लोगों को सद्बुद्धि की आवश्यकता है। गायत्री यज्ञ व मंत्र जप ,संस्कार से ही‌ मानव समाज का उत्थान संभव है। आज के परिवेश में सद्बुद्धि की आवश्यकता है। तभी नवयुगका निर्माण संभव होगा। हम बदलेंगे युग बदलेगा। 21वीं सदी उज्जवल भविष्य हमारे राष्ट्र का संभव है।गौर तलब है कि गायत्री चेतना केंद्र मेजा में 12 अप्रैल से 16 अप्रैल तक कार्यक्रम जारी रहेगा प्रतिदिन यज्ञ संस्कार प्रज्ञा पुराण की कथा मानव कल्याण हेतु कराई जा रही है। कार्यक्रम में क्षेत्रीय कार्यकर्ता मूल चंद्र केसरवानी, डॉ अशोक मिश्रा, अमर नाथ त्रिपाठी, गुलाब चंद्र शुक्ला, शंभूनाथ शुक्ला गिरजा शंकर शुक्ला, कमलेश सिंह पटेल, राम जी सविता, जयेश प्रजापति, ओंकार नाथ, शिव बाबू केसरवानी, राजू केसरी, अशोक दुबे, श्री कांत शुक्ला, श्रीधर, अरविंद नाथ पांडे, देवता दिन पांडे, मदरा मुकुंदपुर से राम अग्नि त्रिपाठी, जयशंकर सिंह भदोही जनपद, वरिष्ठ परिजन सुधाकर त्रिपाठी, सुनील चौबे, शंकर सिंह, जसरा से शंकर लाल कुशवाहा, खदरहन का पूरा से महिला मंडल श्रीमती गीता मिश्रा, किरण मिश्रा, झारखंड से श्रीमती मंजुला देवी आदि परिजन आकर कार्यक्रम में शामिल हैं। प्रज्ञा कथावाचक टोली चित्रकूट से बृजेश त्रिपाठी, सुधीर दुबे, डीके मिश्रा, मनोज दुबे, राजेश शुक्ला, यज्ञ आचार्य मिश्रा जी की टोली में परिजनों का मनमोहक भक्ति गीत प्रस्तुत की। आज की कथा में नैतिकता, संस्कार, नारी उत्थान पर प्रकाश डालते हुए विस्तार से जानकारी दी गई।संसार की शक्ति नारी है, परिवार की शक्ति नारी है, नारी सम्मान जहां, संस्कृति का उत्थान वहां, जाग गई भई जाग गई, नारी शक्ति जाग गई। परिब्राजक रामनारयण मिश्रा‌ चेतना केंद्र मेजा  ने कार्ययोजना में साथ देने का आवाहन किया।

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