मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
विकास खंड मेजा अंतर्गत भइयां की भोजपुरवा गांव में आयोजित जनपंचायत में उपस्थित ग्रामीणों द्वारा ग्राम योग के साथ ग्राम विकास एवं सुधार पर खुलकर परिचर्चा की गई, जिसमें परिवारीजनों ने शासन द्वारा संचालित योजनाओं को भलीभांति समझते हुए कहा कि एक तरफ जहां शासन की मंशा है कि किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए विभिन्न पहलुओं पर फोकस किया जाय , वहीं दूसरी तरफ समय से नहर में पानी नहीं आने से पुस्तैनी खेती पर ग्रहण लगता दिखाई देने लगा है। परिणाम स्वरूप पानी के अभाव में धान की नर्सरी नहीं पड़ पा रही है। सभास्थल पर उपस्थित7 किसान बन्धूआदिवासी, अमृतलाल पटेल, राजकुमार, राधेश्याम,जंगीलाल,नचक ऊआदि ने बताया कि पहले नहर न आने पर तालाबों के पानी से नर्सरी डाली जाती थी किन्तु अब आलम यह है कि तालाब भी पट गया है और नहर से तालाबो में लगी नालियां भी भठी पड़ी है,रही-सही कसर मत्स्य पालन हेतु पट्टा किये गये तालाबों को खुदाई करने के नाम पर खाली कर दिया गया है,जिसका परिणाम यह है कि खाली पड़े तालाबों से न तो किसानों का भला हो पा रहा है न ही मवेशियों की प्यास ही बुझ पा रही है। कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित जनसुनवाई अभियान के प्रदेश प्रभारी कमलेश प्रसाद मिश्र द्वारा किसानों की समस्याओं को अवगत कराते हुए नहर विभाग के अधिकारियों से पानी खोलने की अपील की किन्तु संबंधित विभागीय अधिकारियों ने किसानों के हित की अनदेखी करते हुए नहर में काम चलने की वजह से पानी खोलने में अशमर्थता जाहिर की है। यद्यपि समाज सेवी संस्था जनसुनवाई फाउंडेशन द्वारा किसानों के हित मे अतिशीघ्र समस्याओं के निराकरण हेतु किसानों के प्रतिनिधि मंडल के साथ जिलाधिकारी प्रयागराज से मिलने की बात कही है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्वच्छ भारत मिशन, एवं ग्राम योग द्वारा स्वास्थ्य के प्रति सजगता बरतने व ग्रामीणों के विकास हेतु संचालित योजनाओं को प्रसारित करते हुए विकास मापी सूचकांक के ज़रिए प्रमुख जनसमस्याओं को चिन्हित कर प्रशासन तक पहुंचाना व निराकरण कराना है।