आशा बहुओं के प्रदर्शन का हुआ असर, एसडीएम ने लिया तुरंत संज्ञान
मेजा,प्रयागराज। (हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
"जब तक बच्चा रोता नहीं तब तक मां उसे दूध नहीं पिलाती" कहावत को चरितार्थ करते हुए मेजा अस्पताल में ऐसा ही मामला संज्ञान में आया है। आशा कार्यकर्ताओं के अनुसार उनका एडिशनल माहवार भुगतान मार्च से नहीं दिया जा रहा है।इसी मामलों सहित 20 मांगो को लेकर बीते मंगलवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेजा से संबंधित आशा बहुओं ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर के तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए उप जिलाधिकारी मेजा को 20 सूत्री ज्ञापन सौंपा था, जिसमें उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मेजा के अधीक्षक ओमप्रकाश पर आरोप लगाते हुए कहा कि समस्त आशा बहुओं का मार्च 2022 से अब तक का एडिशनल माहवार भुगतान नहीं किया गया है। उप जिलाधिकारी ने सभी मामलों को गंभीरता से लेते हुए 20 मांगो में प्रथम मांग को उन्होंने बुधवार को स्वयं जाकर के उनका पेमेंट दिलाने का आश्वासन दिया था। इसी कड़ी में उपजिलाधिकारी मेजा विनोद कुमार पाण्डेय बुधवार को ठीक 10 बजे अस्पताल पहुंचकर अधीक्षक से बात की तो अधीक्षक ने बजट न आने का हवाला देकर भुगतान में देरी होने की बात कही। उन्होंने कहा कि बजट आ गया है। शीघ्र ही आशा बहुओं को उनका भुगतान कर दिया जाएगा। इस संबंध में अधीक्षक से बात की गई तो उन्होंने बताया की बजाय आ गया है,बिल मेंटेन हो रहा है शीघ्र ही उनका भुगतान कर दिया जाएगा। अब सवाल यह उठता है कि मेजा अस्पताल भी उसी मां की तरह है।यदि आशा बहुओं ने मंगलवार को तहसील मुख्यालय पर प्रदर्शन कर उपजिलाधिकारी से अपनी समस्या का ज्ञापन न दिया होता तो शायद उनका भुगतान और आगे भी टाल सकता था, लेकिन मामले को एसडीएम ने गंभीरता से लेते हुए अधीक्षक से बुधवार को जाकर बात की और उन्होंने आशा बहुओं का भुगतान शीघ्र करने के लिए कहा। इस मामले में जब अधीक्षक ओमप्रकाश से बात की गई तो उन्होंने बताया कि बजट आ गया है सभी आशा बहुओं का बिल मेंटेन हो रहा है। शीघ्र ही भुगतान कर दिया जाएगा।