प्रयागराज (राजेश सिंह)। बाढ़ उतरने के बाद शनिवार को सविधि मंत्रोच्चार के साथ पूजा-महाआरती कर संगम स्थित बड़े हनुमान को आम भक्तों के लिए खोल दिया गया। शाम चार बजे महाआरती के साथ बड़ी संख्या में संतों-भक्तों ने बड़े हनुमान के दरबार में हाजिरी लगाई। इसी के साथ मंदिर को आम भक्तों के दर्शन के लिए खोल दिया गया। देर रात तक श्रद्धालु बड़े हनुमान का दर्शन कर निहाल हुए। शाम चार बजे महंत बलवीर गिरि ने पुजारियों के साथ बड़े हनुमान का अभिषेक किया। इससे पहले रंग-बिरंगे फूलों और सिंदूर के लेप से मोहक शृंगार किया गया। इसके बाद महा आरती की गई। आरती और पूजन के बाद आम भक्तों के लिए मंदिर खोल दिया गया। इस वर्ष की बाढ़ ने पूरे मंदिर को जलमग्न कर दिया था। हनुमानजी मंदिर के पताका को छोड़कर पूरा मंदिर गंगा की बाढ़ में डूब गया था। भगवान के विग्रह दूसरे मंदिर में रखकर भोग, पूजा और आरती की जा रही थी। गंगा जी के लौटने के बाद शुक्रवार से ही मंदिर और पूरे परिसर की साफ सफाई चल रही थी। शनिवार को सायं चार बजे विधिवत मंदिर को सजाया गया। इसके बाद महंत बलवीर गिरि ने पवन पुत्र हनुमानजी की आरती उतारी। इसके साथ ही आम भक्तों के लिए मंदिर के पट खोल दिए गए। बजरंग बली और जयश्री राम के जयकारों से पूरा संगम इलाका गूंजायमान रहा। शनिवार को सायं चार बजे विधिवत मंदिर को सजाया गया। इसके बाद महंत बलवीर गिरि ने पवन पुत्र हनुमानजी की आरती उतारी। इसके साथ ही आम भक्तों के लिए मंदिर के पट खोल दिए गए। बजरंग बली और जयश्री राम के जयकारों से पूरा संगम इलाका गूंजायमान रहा। प्रयागराज में गंगा और यमुना का जलस्तर तेजी के साथ घट रहा है। इसके कारण किनारों पर भारी कीचड़ और गंदगी भी नजर आ रही है। जिसकी साफ सफाई का काम भी तेजी के साथ शुरू हो गया है। संक्रामक रोगों की रोकथाम के लिए दवाओं का छिड़काव भी कराया जा रहा है। रोज की तरह अब भी गंगा स्नान करने और नौकायन करने वालों की भीड़ जुट रही है।