प्रयागराज (राजेश सिंह)। इलाहाबाद विश्वविद्यालय (इविवि) के फूड टेक्नोजी विभाग में बृहस्पतिवार को सांप पकड़ा गया। सांप पकड़ने में माहिर इविवि के बॉटनी विभाग के शिक्षक रहे प्रो. एनबी सिंह को इसकी सूचना दी गई। उन्होंने मौके पर पहुंचकर सांप को पकड़ा। सांप को लेकर वह वनस्पति विज्ञान विभाग पहुंचे। वहां छात्र-छात्राओं और कर्मचारियों की भीड़ लगी थी। प्रो. एनबी सिंह ने बताया कि यह रैट स्नैक (धामिन) है और जहरीला नहीं होता। उन्होंने बताया कि सांपों से डरने की नहीं, बल्कि इनके प्रति जागरूक होने की जरूरत है। उन्होंने एक कर्मचारी को पास बुलाया और उसकी जेब में सांप डाल दिया। शुरुआत में तो कर्मचारी हड़बड़ा गया, लेकिन कुछ ही देर में उसका डर दूर हो गया। प्रो. एनबी सिंह ने बताया कि सांप काटने के बाद मौत का 80 फीसदी कारण हार्ट अटैक होता है। 20 फीसदी मौतें जहर से होती हैं। इनमें भी ज्यादातर मौतें तब होती हैं, जब लोग इलाज कराने के बजाय मंत्रों के चक्कर में पड़ जाते हैं। सांप काटने का इलाज मंत्र नहीं होते। प्रो. सिंह के अनुसार सांप काटते ही घाव से एक फीट ऊपर के हिस्से को रस्सी से कसकर बांध देना चाहिए और वहां चीरा लगा देना चाहिए। सांप जहरीला है या नहीं, इसकी जांच भी तुरंत की जा सकती है। सांप काटते ही पीड़ित के मुंह में तुरंत नमक या नीम की पत्तियां मसलकर डाल देनी चाहिए। अगर स्वाद नहीं मिल रहा है तो इसका मतलब कि विषैले सांप ने काटा है। सांप का मुंह पतला है, बीच का हिस्सा मोटा है और पूंछ लंबी एवं पतली है तो वह विषैला नहीं है। अगर उसके सभी हिस्से एक समाज चौड़े हैं तो सांप विषैला है।
सांप पकड़ने के लिए इस नंबर पर करें संपर्क
शहर में अगर कहीं सांप निकलता है और किसी को मदद चाहिए तो वह प्रो. एनबी सिंह के फोन नंबर ‘9450601395’ पर संपर्क कर सकते हैं। प्रो. सिंह ने कहना है कि सांप देखकर डरने की जरूरत नहीं है। संबंधित व्यक्ति फोन पर मुझसे संपर्क कर सकते हैं।