प्रयागराज (राजेश सिंह)। पिता जिस बेटे को एक क्षण भी आंखों से ओझल नहीं करना चाहता, उसी ने अपने जिगर के टुकड़े को 18 वर्ष बाद घर पहुंचने पर सीने से लगाने के बजाय पुलिस के हवाले कर दिया। यह घटना सोरांव थाना क्षेत्र के गधिना गांव की है। इलाके के गधिना के उधमपुर गांव के रहने वाले मोहनलाल ने अपने बेटे ओम प्रकाश की शादी करीब 20 वर्ष पहले मंजू देवी के साथ की थी। इस दौरान मंजू देवी ने दो बच्चे का भी जन्म दिया। इस बीच कारणों ओमप्रकाश करीब 18 वर्ष पहले अपने परिवार और गांव को छोड़कर गुजरात चला गया और राजकोट जिले में रहने लगा। वहां रोजी रोटी के साथ पड़ोस के रहने वाले बलिया जनपद की एक युवती से प्रेम करने लगा। कुछ दिनों बाद दोनों ने शादी कर ली। शुक्रवार को ओम प्रकाश दूसरी पत्नी के साथ अपने पैतृक गांव गधिना ऊधमपुर पहुंचा तो मालूम चला कि उसकी पहली पत्नी मंजू देवी की मौत हो चुकी है। ओमप्रकाश के पिता मोहनलाल अभी जीवित हैं। 18 वर्ष बाद मोहनलाल का अपने बेटे ओम प्रकाश को दूसरी पत्नी के साथ देखकर खून खौल उठा। इसके बाद वह सोरांव थाने पहुंचा और अपने बेटे के खिलाफ पुलिस को तहरीर दी। पुलिस ने ओमप्रकाश तथा उसकी पत्नी को थाने में बैठा रखा। ओमप्रकाश का पिता मोहनलाल अपने बेटे के खिलाफ कार्रवाई का इंतजार करता रहा।