मेला के दूसरे दिन महिलाओं की उमड़ी भारी भीड़, मौसम ने भी दिया साथ
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
दो दिवसीय बाबा बोलन नाथ धाम का ऐतिहासिक मेला खट्टी मीठी यादों के साथ शांतिपूर्ण ढंग से उत्साह पूर्वक संपन्न हुआ। बोलन मेला को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने में जहां कमेटी के वालंटियर, डी सी पी सी के सदस्यों का पूरा सहयोग रहा। वहीं मेजा कोतवाल धीरेंद्र सिंह द्वारा गठित पुलिस टीम ने भी मेला को संपन्न कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। गौरतलब है कि मेजा स्थित पहाड़ी के किनारे बसा बाबा बोलन नाथ धाम का ऐतिहासिक मेला भादो मास के शुक्ल पक्ष में हरतलिका तीज के बाद पड़ने वाले महा रविवार को होता चला आ रहा है।
बाबा बोलन नाथ धाम के संबंध में किंबदंती है कि अज्ञातवास के समय पांडव जब लाक्षागृह से सुरक्षित निकले तो इसी रास्ते से आए थे। जहां हिडिंब नामक राक्षस से युद्ध हुआ था और उसकी बहन हिडिंबा से भीम ने शादी कर ली।एक साल तक यही तो बिताया था।बताते हैं कि भीम ने भाइयों से आगे चलने को कहा और स्वयं राक्षस को मारने चला गया बताते हैं कि पांडव इसी स्थान पर बैठे थे,जब कई दिनों तक भीम नहीं लौटे तो पांडवों ने भीम की मौत हो गई ऐसा समझकर यहीं पर तर्पण किया था। पानी की व्यवस्था न होने के कारण अर्जुन ने बाण से पानी निकाला था, जिसे आज बाण गंगा के नाम से जाना जाता है और बारहों महीने पानी बहता रहता है।
मान्यता है कि बाणगंगा से जल लेकर बाबा को जलाभिषेक करने से मनुष्य के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं और मुरादे पूरी होती हैं। बुजुर्गों का मानना है कि पूर्व में यहां की मूर्तियां बोलती थी जिससे बोलन नाथ नाम पड़ा। यहां के ऐतिहासिक मेले के बारे में लोग बताते हैं कि पहले कभी बड़े क्षेत्र में मेला लगता था चारों तरफ खेत खाली रहने से यहां दंगल, मुर्गे की लड़ाई, तीतर की लड़ाई, बिरहा, नजरबंद के अनगिनत खेल, कई प्रकार के झूले, सर्कस और प्रदर्शनियां लगाई जाती थी लेकिन समय के बदलते दौर में मेला सिकुड़ता गया और भीड़ बढ़ती गई। मेले के महत्व को बढ़ाने और महिलाओं की सुविधा के लिए 18 साल पहले 2004 में तत्कालीन रामलीला कमेटी के अध्यक्ष योगेश जायसवाल व तत्कालीन प्रधान कमलाशंकर विश्वकर्मा ने ग्रामीणों के सहयोग से 2 दिन का मेला करने का निर्णय लिया और सफलता भी मिली। आज दोनों दिन मेले में भारी भीड़ इकट्ठा हो रही है। मेले में दूर दराज से आए दुकानदार उसका लाभ उठा रहे हैं। मेले के पहले दिन बारिश न होने के कारण देर रात तक मेला चलता रहा और श्रद्धालुओं ने मेले का लुत्फ उठाया। एक ओर जहां दो दीनी मेला में श्रद्धालुओं ने मेले में आए हुए मनोरंजन हेतु मारुति सर्कस, हवाई झूला, ब्रेक डांस, सुपर ड्रैगन ट्रेन और रंगारंग कार्यक्रम जैसे कार्यक्रमों का आनंद उठाया।वहीं शिव भक्तों ने दोनों दिन बाबा के पास स्थित है पवित्र सरोवर में स्नान कर बाबा को जलाभिषेक कर दर्शन पूजन किया। मंदिर के पुजारी बाबा राम दास ने बताया कि दो दिन का मेला शांतिपूर्ण सफल रहा।
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष अमित कुमार यादव ने दो दीनी मेला को संपन्न कराने में कमेटी के पदाधिकारियों, सदस्यों और वालंटियर, डीसीपी के सदस्य, स्थानीय पुलिस के सहयोग की सराहना करते हुए आभार व्यक्त किया। इस मौके पर कमेटी की डायरेक्टर लालजी मिश्र,उपाध्यक्ष राहुल मिश्र, आय व्यय निरीक्षक तौलन प्रसाद,मंत्री चंद्र प्रकाश श्रीवास्तव, कोषाध्यक्ष सुधीर मोदनवाल, सहित संजीव पटेल, सुनील शर्मा, शिव शंकर यादव, राधेश्याम चौरसिया, पंकज मोदनवाल,मनीष श्रीवास्तव,जितेंद्र यादव,अजय यादव आदि लोगों के सहयोग के लिए सराहना की है।