प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के बाघम्बरी मठ मे महंत नरेंद्र गिरि की यादों को संजोने के लिए संग्रहालय बनेगा। मंत्रोच्चार के साथ समाधि पूजन, आरती के साथ शनिवार को मठ बाघंबरी गद्दी में देश भर से आए साधु-संतों ने प्रथम पुण्य तिथि पर ब्रह्मलीन महंत नरेंद्र गिरि को नमन कर मठ-मंदिरों के विकास उनके योगदान को याद किया। इस मौके पर समाधि स्थल पर भव्य मंदिर बनवाने और नरेंद्र गिरि की निशानियों को संरक्षित करने के लिए संग्रहालय निर्माण की घोषणा की गई। समाधि स्थल पर पूजा, आरती के बाद दिन के 10 बजे मठ परिसर में श्रद्धांजलि सभा हुई। इसमें अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के सचिव महंत रविंद्र पुरी महाराज, अखाड़ा परिषद के महामंत्री व जूना अखाड़े के संरक्षक महंत हरि गिरि के अलावा कई महामंडलेश्वरों, पीठाधीश्वरों और महंतों ने समाधि पर पुष्प अर्पित करने के बाद नरेंद्र गिरि की स्मृतियों को ताजा किया। महंत हरि गिरि ने कहा कि मठ, मंदिरों और सनातन परंपरा के विकास, कुंभ मेला, माघ मेला के विस्तारीकरण में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। वह जीवट संत थे। इस दौरान महंत की समाधि पर पुष्प अर्पित करने के लिए संतों-भक्तों का तांता लगा रहा। समाधि स्थल पर ही बटुकों ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ पूजन भी किया। मठ बाघंबरी गद्दी के पीठाधीश्वर बलबीर गिरि ने समाधि स्थल पर मंदिर का निर्माण कराकर महंत की आदमकद प्रतिमा लगाने और उनकी यादों को संजोने के लिए संग्रहालय का निर्माण कराने की घोषणा की। उन्होंने बताया कि महंत नरेंद्र गिरि की स्मृतियों को संजोने और पीढ़ी दर पीढ़ी याद रखने के लिए उनकी निशानियों को एक स्थान पर श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखा जाएगा। मठ बाघंबरी गद्दी परिसर में ही इसके लिए भव्य संग्रहालय का निर्माण कराया जाएगा।
बाघंबरी मठ मे महंत नरेंद्र गिरि की समाधि पर शिवपाल सिंह यादव ने अर्पित की श्रद्धांजलि
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि की प्रथम पुण्यतिथि पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं, संतों ने प्रसाद ग्रहण किया। प्रगतिशील समाज पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव भी पुण्य तिथि पर पहुंचे। उन्होंने भी प्रसाद ग्रहण किया और नरेंद्र गिरि को श्रद्धासुमन अर्पित किए।