यमुनापार, प्रयागराज (राजेश सिंह)। औद्योगिक थाना क्षेत्र के वेलवेट गांव निवासी रूप नारायण द्विवेदी के चार पुत्र हैं। बताते हैं कि रूप नारायण का बड़ा 45 वर्षीय बेटा सुभाष चंद्र द्विवेदी शराब का लती था। उसकी शादी नहीं हुई थी। बुधवार की रात परिवार वाले खाना खाकर सोने चले गए। उसके बाद सुभाष चंद्र घर के सामने स्थित पीपल के पेड़ पर रस्सी के सहारे लटक कर जान दे दी। रात करीब 2:30 बजे सुभाष चंद्र के चाचा शंभूनाथ द्विवेदी का बेटा ड्यूटी कर वापस लौटा। उसकी नजर पेड़ पर लटकते शव पर पड़ी तो वह शोर मचाने लगा। आवाज सुनकर घर के लोग बाहर आ गए। सुभाष चंद्र के शव को देखकर परिवार वाले फफक पड़े। आत्महत्या के घटना की जानकारी होने पर पहुंची पुलिस ने शव को नीचे उतरवाया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस के मुताबिक सुभाष चंद्र की शादी नहीं होने से काफी परेशान रहता था। अक्सर शराब के नशे में इधर-उधर घूमता रहता था। परिवार वाले भी उससे काफी परेशान थे। वह कुछ करता भी नहीं था। चार भाइयों में से दूसरे नंबर के भाई दिलीप कुमार की ही शादी हुई है। शेष भाई अविवाहित हैं।