मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। एनटीपीसी और उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उत्पादन निगम का संयुक्त उपक्रम मेजा ऊर्जा निगम , अपने 660 मेगावाट की दो इकाइयों के साथ विद्युत उत्पादन कर प्रयागराज क्षेत्र को न केवल समग्र विकास की ओर अग्रसर कर रहा है बल्कि गैसों और पार्टिकुलेट मैटर के उत्सर्जन को न्यूनतम कर हरित भविष्य सुनिश्चित करने की ओर भी द्रुत गति से आगे बढ़ रहा है।
मेजा ऊर्जा निगम प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा निर्धारित मानकों के अनुरूप ही गैसीय उत्सर्जन सुनिश्चित करता है एवं वातावरण में पर्टिकुलेट मैटर और गैसीय उत्सर्जन को रोकने के लिए इलेक्ट्रो-स्टेटिक प्रेसीपिटेटर (ईएसपी) का सतत उपयोग करता है। साथ ही उत्सर्जन संबंधित डेटा को पारदर्शी ढंग से संयंत्र परिसर के बाहर स्थापित एलईडी पर भी प्रदर्शित किया जाता है।
मेजा ऊर्जा निगम देश के उन 30 प्रतिशत विद्युत उत्पादन करने वाली कंपनीयों में एक है जो आगे बढ़कर गैसीय उत्सर्जन में सल्फर के ऑक्साइड को नियंत्रित करने के लिए पर्यावरण मंत्रालय के मानको के अनुरूप फ़्लू गैस डिसल्फराइज़ेशन (FGD) संयंत्र स्थापित करने की दिशा में तेजी से कार्य कर रहा है जिसकी मदद से स्टैक उत्सर्जन से लगभग 99% सल्फर के ऑक्साइड से मुक्त हो जाएंगे। उल्लेखनीय है कि महामारी, लॉकडाउन और अन्य संबद्ध मुद्दों के बावजूद मेजा ऊर्जा निगम अपने दोनों एफजीडी संयंत्र को 2023 में पूरा करने के लिए कटिबद्ध है जो पर्यावरण मंत्रालय द्वारा जारी अधिसूचना के तहत जारी समय सीमा वर्ष 2026 काफी पहले है।
मेजा ऊर्जा निगम ने अपने संयंत्र और टाउनशिप में जीरो लिक्विड डिस्चार्ज (ZLD) सिस्टम को संस्थागत बनाने के साथ-साथ वर्षा जल संचयन की सुविधा के द्वारा जल संरक्षण की दिशा में कई कदम उठाए हैं। पूर्ण राख उपयोग की दिशा में निरंतर प्रयास करते हुए, मेजा ऊर्जा निगम न केवल प्रदूषण नियंत्रण में योगदान दे रहा है बल्कि बुनियादी ढांचे के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
पर्यावरण सरंक्षण एवं संवर्धन के प्रति अपनी कटिबद्धता के अनुपालन मे मेजा ऊर्जा निगम मे अक्टूबर माह में बृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया गया, जहां कर्मचारियों व उनके परिजनों के द्वारा प्लांट, आवासीय परिसर और आसपास के क्षत्रों में 5000 से अधिक पौधा लगाया गया। बताते चलें कि मेजा ऊर्जा निगम द्वारा प्लांट व आस पास के क्षेत्र मे हरियाली को बढ़ाने के लिए 3 लाख से अधिक वृक्ष लगाए जा चुके है जिसके सकारात्मक परिणाम अब परिलक्षित होने लगे हैं। एक माह तक चले इस कार्यक्रम में, पर्यावरण जागरूकता को बढ़ावा देने हेतु एक नाट्य मंचन के माध्य्म से जन मानस को पर्यावरण के प्रति गंभीर एवं जागरूक बने रहने हेतु प्रेरित किया गया एवं उन्हें मेजा ऊर्जा निगम द्वारा की जाने वाली विभिन्न पर्यावरणीय पहलों के बारे में अवगत कराया गया।इसके अलावा, जूट बैग और पर्यावरण के अनुकूल उत्पादो के उपयोग के लिए भी सभी को प्रेरित किया गया।
कंपनी की भावी हरित पहलों में बॉयलर में ईंधन के रूप में कोयले के साथ जैव छर्रों का सम्मिश्रण शामिल है। उद्योग और समाज के सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए अन्य पर्यावरण अनुकूल उपायों में राख-ईंट निर्माण सुविधा और नवीकरणीय ऊर्जा में प्रवेश शामिल है।