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प्रयागराज : संस्कृति महोत्सव मे राज्यपाल ने पानी व भोजन बचाने का दिलाया संकल्प

SV News

प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज में ज्वाला देवी इंटर कालेज में शुरू हुए संस्कृति महोत्सव का औपचारिक उद्घाटन शनिवार को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। उन्होंने राष्ट्र जागरण और देश के नवनिर्माण में विद्याभारती की भूमिका को विस्तार से बताया। कहा कि हमारी शिक्षा व्यवस्था का लक्ष्य देश को विश्वगुरु बनाना है। इसके लिए संस्कारों जागृत कर बच्चों को ज्ञानवान बनाना होगा। इसके अतिरिक्त्त हम सब को प्रकृति, पानी और भोजन को भी बचाना होगा। हम सब संकल्प ले कि पानी व भोजन को नहीं बर्बाद करेंगे। 

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राज्‍यपाल बोलीं कि प्रकृति को बचाने के लिए नई पीढ़ी को भी प्रेरित करने का कार्य हम सब को करना होगा। शिक्षकों को चाहे वह स्कूल के हो, कालेज के हो या विश्व विश्वविद्यालय स्तर के सभी को बाहर निकलकर गांव तक पहुचना होगा। गांवों को गोद लेना होगा। वहां की जरूरतों को समझ कर उनके अनुसार संसाधनों का विकास भी करना होगा। विश्वविद्यालयों में जो ड्रोन बन रहे हैं, उन्हें शोकेश से बाहर निकालकर गांव तक, आम जन तक पहचाना होगा। उनका प्रयोग कृषि को बेहतर करने के लिए करना होगा तभी हमारे विज्ञान की सार्थकता है और हम विश्वगुरु बन पाएंगे। शहर के ज्वाला देवी इंटर कालेज में विद्या भारती की ओर से अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के तीन दिवसीय अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव का शुभारंभ किया। इस महोत्‍सव में देश भर से करीब 300 विद्यार्थी शामिल होंगे। प्रतियोगिताएं भी होंगी।

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विद्या भारती संस्कृति शिक्षा संस्थान का अखिल भारतीय संस्कृति महोत्सव प्रयागराज में कल कल 11 नवंबर से शुरू हुआ था। शुक्रवार को सांस्कृतिक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया था। शहर के ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज में तीन दिवसीय आयोजन हो रहा है। विद्या भारतीय की ओर से अखिल भारतीय शिक्षा संस्‍थान के अखिल भारतीय संस्‍कृति महोत्‍सव का समापन 13 नवंबर को होगा। महोत्सव में समस्त प्रदेशों के प्रतिभागी शामिल हो रहे हैं। 
विद्या भारती संस्‍कृति शिक्षा संस्‍थान के निदेशक डा. रामेंद्र सिंह ने बताया कि अखिल भारतीय संस्कृति ज्ञान प्रश्नमंच, पत्र-वाचन, आशु भाषण, कथा-कथन प्रतियोगिताएं विद्यालय स्तर से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक आयोजित होंगी। डा. रामेंद्र सिंह ने बताया कि महोत्सव में प्रश्न-मंच, पत्र-वाचन, संस्कृति वार्ता, सांस्कृतिक संध्या, समापन समारोह, प्रयागराज दर्शन का समावेश होगा। विद्या भारती उत्तर क्षेत्र, पश्चिम उत्तर प्रदेश क्षेत्र, पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र, उत्तर पूर्व बिहार व झारखंड क्षेत्र, पूर्वोत्तर क्षेत्र, पूर्व क्षेत्र, दक्षिण क्षेत्र, दक्षिण मध्य क्षेत्र, पश्चिम क्षेत्र, राजस्थान क्षेत्र, मध्य क्षेत्र प्रतिभागिता करेंगे। 
डा. रामेंद्र सिंह ने बताया कि पत्र-वाचन प्रतियोगिताएं विद्यालय स्तर से लेकर संकुल, विभाग, प्रांत एवं क्षेत्रीय स्तर तक आयोजित होती हैं। क्षेत्रीय स्तर पर प्रथम आने वाले प्रतिभागी अखिल भारतीय स्तर पर प्रतिभागिता करते हैं। यहां जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश से लेकरी दक्षिण के केरल, कर्नाटक और तमिलनाडु सहित अन्य कई प्रदेशों के लगभग 400 प्रतिभागी महोत्सव में प्रतिभागिता करेंगे।

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