प्रयागराज (राजेश सिंह)। धूमनगंज के पीपल गांव में शुक्रवार देर रात जान गंवाने वाले भाई-बहन व मां सड़क किनारे खड़े होकर इंतजार करते वक्त ट्रक का शिकार बने थे। शादी में उनके साथ रिश्तेदार भी जा रहे थे जो पीछे रह गए थे। तीनों उन्हीं का इंतजार कर रहे थे तभी बेकाबू ट्रक उन्हें कुचलते हुए निकल गया था। मृतकों में साधना (40) पत्नी ध्रुव प्रसाद तिवारी, उसका बेटा दिव्यम तिवारी (18) और बेटी ज्योति (17) शामिल हैं। पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे परिजन शिवम ने बताया कि ध्र्र्र्र्र्रुव दिल्ली में रहकर प्राइवेट नौकरी करते हैं।
दिव्यम यूनाइटेड कॉलेज से बीटेक जबकि ज्योति एमएससी कर रही थी। परिवार मूल रूप से पिपरी के फूलनगर फुलवा का रहने वाला है लेकिन दोनों बच्चों की पढ़ाई के चलते ही वर्तमान में परिवार ट्रिपलआईटी के पास किराये पर रहता था। शुक्रवार को दिव्यम के बड़े पिताजी के बेटे की शादी थी। इसी में शामिल होने के लिए सभी मकनपुर पिपरी जा रहे थे। तभी यह हादसा हो गया।
उसने बताया कि दिव्यम अपनी मां व बहन के साथ एक बाइक पर सवार था। शादी में जाने के लिए कुछ अन्य रिश्तेदार भी साथ ही निकले थे। लेकिन वह पीछे रह गए। पीपल गांव चौकी से आगे बढ़ने पर बजहा पुलिया के पास पहुंचने पर दिव्यम व उसकी मां व बहन रिश्तेदारों का इंतजार करने लगे।
इसी दौरान ट्रक ने उन्हें कुचल दिया। शिवम का आरोप है कि ड्राइवर नशे में धुत था और उसे आसपास के लोगों ने पकड़ भी लिया था। लेकिन तभी वहां कुछ लोग पहुंचे जिनमें से एक खुद का मालिक बता रहा था। इसके बाद दबंगई दिखाते हुए वह ड्राइवर को छुड़ा ले गया। इस मामले में धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्य का कहना है कि परिजनों की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया गया है।
उधर पोस्टमार्टम के बाद तीन अर्थियां साथ उठीं तो मौके पर मौजूद रिश्तेदारों व परिचितों की आंखें नम हो गईं। परिजनों की चीखपुकार से लोगों के कलेजे कांप गए। मृतक साधना की एक छोटी बेटी व एक अन्य बेटा भी है। मां व भाई-बहनों के शव अंतिम संस्कार के लिए ले जाने के दौरान दोनों का रो-रोककर बुरा हाल रहा। पोस्टमार्टम देर शाम हुआ जिसके बाद तीनों शवों का दारागंज घाट पर ले जाकर अंतिम संस्कार कर दिया गया।