लखनऊ (राजेश सिंह)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बीते साढ़े 5 वर्षों में पीएसी बल का कायाकल्प किया गया है। इस दौरान न सिर्फ निष्क्रिय हो चुकी कंपनियों को पुनर्जीवित किया गया बल्कि नई कंपनियों का भी गठन किया गया है। आज पीएसी के लोग दूसरी शाखाओं में भी अपनी सेवाएं दे रहे हैं। शामली और बिजनौर में नई बटालियन बनाई जा रही है जबकि लखनऊ, गोरखपुर और बदायूं के अतिरिक्त तीन अन्य महिला बटालियन के भी गठन का निर्णय लिया गया है। ये बातें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को 35वीं वाहिनी पीएसी के प्रांगण में आयोजित पीएसी स्थापना दिवस समारोह में कही। इस मौके पर उन्होंने जवानों के योगदान की सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएसी बल अपने शौर्य व पराक्रम के लिए जाना जाता है। न सिर्फ यूपी, बल्कि देश के विभिन्न राज्यों में आंतरिक सुरक्षा की चुनौतियों का सामना करने के लिए पीएसी ने सदैव तत्पर होकर कार्य किया है। यूपी पीएसी बल को जब भी अवसर मिला उसने सर्वोत्तम करने का प्रयास किया। किसी भी बल की पहचान उसके शौर्य, पराक्रम के साथ कीर्ति से जानी जाती है। यह यूपी पीएसी बल के साथ जुड़ चुका है। उन्होंने 74 वर्ष की शानदार यात्रा के लिए पीएसी के सभी अधिकारियों व कार्मिकों को बधाई दी। मुख्यमंत्री योगी ने आशा जताई कि अनुशासन, शौर्य, पराक्रम व कीर्ति से पीएसी अपनी विशिष्ट पहचान बनाए रखते हुए और अच्छा करेगी।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यूपी पीएसी बल की 74 वर्ष की शानदार यात्रा न केवल देश की सबसे बड़ी आबादी के राज्य में बेहतर कानून व्यवस्था बनाए रखने, बल्कि परंपरागत त्योहारों, जुलूसों, धार्मिक आयोजनों तथा विभिन्न अवसरों पर आम जनमानस की आस्था से जुड़े आयोजनों, राष्ट्रीय पर्वों, सामान्य-स्थानीय निकाय निर्वाचन व प्रदेश भ्रमण के दौरान अति विशिष्ट महानुभावों की सुरक्षित यात्रा की दृष्टि से किया गया योगदान अत्यंत सराहनीय रहा है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि मुझे याद है कि जब 2001 में संसद पर कायराना हमला हुआ था, उस समय यूपी पीएसी बल के जवानों ने जिस बुद्धिमत्ता व पराक्रम का परिचय दिया था वह किसी से छिपा नहीं है। अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर हुए हमले में भी पीएसी ने तत्परता से कार्रवाई की और आतंकियों के मंसूबों पर पानी फेरा। यह उसके शौर्य, पराक्रम, कीर्ति व तत्परता का भी प्रतीक है, इसलिए यूपी का पीएसी बल सर्वोत्तम बल के रूप में जाना जाता है।
मुख्यमंत्री योगी ने बताया कि पिछले साढ़े 5 वर्ष के दौरान यूपी पुलिस में 1.60 लाख भर्तियों की प्रक्रिया को पारदर्शी तरीके से संपन्न करने के साथ अच्छी ट्रेनिंग व ट्रेनिंग की क्षमता को दोगुना किया गया। साथ ही यूपी पुलिस बल से जुड़कर सुरक्षा व कानून व्यवस्था में योगदान देने वाले प्रदेश के युवाओं को अवसर उपलब्ध प्राप्त हुआ। किन्ही कारणों से 46 कंपनियां समाप्त कर दी गई थीं। उन्हें बहाल व पुनर्जीवित करते हुए प्रदेश में पीएसी बल में 41 हजार से अधिक कार्मिकों की भर्ती की प्रक्रिया को प्रशिक्षण से जोड़कर पूरा किया गया। खुशी है कि आज पीएसी ने उक्त के अतिरिक्त 10 अन्य कंपनियों को गठित करने में सफलता पाई।