प्रयागराज (राजेश सिंह)। सूर्यदेव के उत्तरायण (मुहूर्त 3.01बजे) होने के साथ ही पावन संगम में जमकर पुण्य की डुबकी लग रही है। संगम नोज पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा है। कुल 16 घाटों पर स्नान धान का काम चल रहा है। संगम नोज से वीआईपी घाट तक स्नानार्थियों की काफी भीड़ है। कुछ देर कोहरा भी रहा लेकिन आस्था भारी दिखी । लगभग सभी रास्तों पर रह श्रद्धालुओं का रेला नजर आ रहा है। देश के विभिन्न हिस्सों से आए श्रद्धालु ढोल मंजीरा बजाते हुए संगम पहुंच रहे हैं।
पुलिस और सिविल डिफेंस के कर्मियों, जिला अपराध निरोधक समिति और स्काउट गाइड के कैडेट भी संगम नोज पर जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। जिलाधिकारी केमुताबिक सुबह सात बजे तक ढाई लाख लोग स्नान कर चुके हैं । माघ मेला क्षेत्र में शनिवार को भी मकर संक्रांति पर स्नान हुआ था। प्रशासन ने इस दिन 14 लाख 20 हजार लोगों के स्नान का दावा किया था। मेला क्षेत्र में संतों और संस्थाओं के शिविरों में खिचड़ी भी वितरित की जा रही है । स्नान दान के बाद श्रद्धालु प्रसाद स्वरूप खिचड़ी खा रहे हैं। माघ मेला क्षेत्र उल्लास से भरा हुआ है।
माघ मेले के दूसरे प्रमुख स्नान पर्व मकर संक्रांति पर आज स्नानार्थियों का रेला उमड़ पड़ा। मौसम भोर में कुछ कोहरे बरसाता रहा लेकिन कुछ देर में साफ हो गया। संगम नोज पर सबसे अधिक स्नानार्थियों की भीड़ रही, किला घाट, वीआईपी घाट पर भी लोगों ने हर हर गंगे की जयघोष करते हुए स्नान किया। साढ़े सात बजे तक करीब ढाई लाख लोगों के स्नान का अनुमान है, ब्रम्ह मुहूर्त से स्नान शुरू हुआ। ग्रह नक्षत्रों से उदया तिथि मान्यता के अनुसार काफी लोग रात दो बजे से भी नहाते रहे। इस बीच सुरक्षा कर्मी, सहयोगी टीमें भी सीटी बजाते स्नानार्थियों को घाट पर कहीं काफी देर तक ठहरे न रहने देने के लिये सक्रिय रहीं।
सभी प्रमुख स्नान पर्व पर शिव योगी मौनी बाबा चकर्ड प्लेटों पर लेटी परिक्रमा करने गए संगम स्नान को पहुंचते हैं। आज भी उनकी तैयारी है। जो श्रद्धालु उनकी लेटी परिक्रमा से अवगत हैं वे घाट पर उनका इंतजार करते है।
पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने संगम वाच टावर से लेकर अलग अलग घाटों तक रहकर स्थिति पर नजर रखी। इस बीच जगह जगह स्वास्थ्य टीमें भी कोविड हेल्प डेस्क पर तैनात रहीं। कुछ श्रद्धालुओं को मास्क बांटा जबकि थर्मल स्कैन मशीन से लोगों के शरीर के तापमान का परीक्षण भी होता रहा।