मिर्जापुर (राजेश सिंह)। संपूर्ण समाधान दिवस पर सदर तहसील में शनिवार को लोगों की शिकायतों की सुनवाई के दौरान जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने फाइलों के गायब होने की बात सुन राजस्व कर्मियों को कड़ी फटकार लगाई। वे उस समय नाराज हो गईं, जब एक फरियादी की जमीन से जुड़ी खतौनी में किसी दूसरे का नाम चढ़ा देने की शिकायत मिली। उन्होंने जब राजस्व कर्मियों जमीन से संबंधित फाइल के बारे में पूछा तो बताया गया कि फाइल नहीं मिल रही थी। इस पर जिलाधिकारी ने उनको फटकार लगाई और जेल भेजने की चेतावनी दी। कहा कि उन्हें पता है कि सरकारी फाइल ऐसे गायब नहीं होती है। बिना किसी कारण के फाइल गायब नहीं होती है। उधर, चुनार तहसील में लोगों की शिकायतों की सुनवाई के दौरान अवर अभियंता के अनुपस्थित रहने की जानकारी मिलने पर मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस ने संबंधित से स्पष्टीकरण मांग लिया।
तहसील सदर में जिलाधिकारी के समक्ष कुल 102 प्रार्थना पत्र आए। जिसमें से मौके पर पांच का निस्तारण किया गया। जिलाधिकारी के साथ पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव नारायण मिश्र, प्रभागीय वनाधिकारी अरविंद राज मिश्र, उप जिलाधिकारी सदर चंद्रभान सिंह, तहसीलदार सदर अरुण गिरी, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, जिला विकास अधिकारी श्रवण कुमार राय, उप निदेशक कृषि अशोक उपाध्याय सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
लालगंज में एडीएम शिव प्रताप शुक्ला की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें अधिकतर मामले आवास योजना की सूची से नाम काटे जाने और राजस्व से संबंधित शिकायतें आईं। उन्होंने फसल बीमा पालिसी, एचडीएफसी एग्रो जनरल इंश्योरेंस कंपनी का कार्ड भी आधा दर्जन किसानों को दिया। समाधान दिवस में तुर्कहां गांव निवासी मूलचंद ने आरोप लगाया कि टांडा फाल की जमीन पर अतिक्त्रस्मण किया जा रहा है। यह सब वन विभाग और सिंचाई विभाग की अनदेखी के चलते हो रहा है। इसको संज्ञान में लेते हुए एडीएम ने संबंधित विभाग को जांच करके कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
इसी प्रकार दसरा निवासी प्रिया सुमन ने ग्राम सचिवालय में ताला बंद किए जाने का आरोप लगाया। खैरा कला गांव निवासी मोतीचंद ने आरोप लगाया कि गेहूं के बीज की अनुदान राशि नहीं आई है। अतरैला गांव निवासी शांति देवी ने राशन कार्ड बनाए जाने की मांग की। इस दौरान उप जिलाधिकारी भरत लाल सरोज, तहसीलदार शशांक शेखर राय और नायब तहसीलदार राम नारायण वर्मा आदि मौजूद रहे।
चुनार में संपूर्ण समाधान दिवस में आये फरियादियों की समस्याओं की सुनवाई मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी बीएस ने की। कुल 74 प्रार्थना पत्र आए। जिसमें से मौके पर चार का निस्तारण हुआ। बड़ागांव निवासी दीनदयाल ने प्रार्थना पत्र देकर पुश्तैनी भूमि के कुछ हिस्से को अभिलेख में हेराफेरी कर बंजर खाते में दर्ज करने तथा उसे किसी अन्य को पट्टा करने का आरोप लगाया। रामपुर अदलहाट निवासी रामनरेश ने प्रार्थना पत्र देकर गांव के ही कुछ लोगों पर घर का गंदा पानी शिकायतकर्ता के खेत में बहाने का आरोप लगाया। कहा कि इससे फसल की क्षति पहुंच रही है। मना करने पर जानमाल की धमकी दी जाती है। मुख्य विकास अधिकारी ने चुनार तहसील क्षेत्र के 10 किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा पालिसी का वितरण भी किया। अनुपस्थित रहने पर लोक निर्माण विभाग के अवर अभियंता से स्पष्टीकरण मांगा है। इस दौरान एसडीएम नवनीत सेहारा, तहसीलदार नुपूर सिंह, पुलिस उपाधीक्षक उमाशंकर सिंह आदि मौजूद रहे। मड़िहान तहसील में अपर जिलाधिकारी भू-राजस्व की अध्यक्षता में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर 49 मामले आए। जिसमें से पांच का मौके पर निस्तारण हुआ।