शंकरगढ़, प्रयागराज (मंगला प्रसाद तिवारी)। यमुनापार के विकास खण्ड शंकरगढ़ क्षेत्र अन्तर्गत ग्राम पंचायत रुम के आदिवासी बस्ती मे गर्मी शुरू होने के पहले अभी से ही पेयजल का संकट मंडरा रहा है। हालात यह है कि बस्ती के लोगों को जमीन में गड्ढा खोदकर पानी पीने का जुगाढ़ करना पड़ रहा है।
आधुनिक दौर में विकास के दावे के बीच रुम गांव के निवासी गड्ढे का पानी पीने को मजबूर हैं। आश्चर्य की बात यह है कि प्रदेश सरकार की महत्वपूर्ण पेयजल योजना कागजों पर सिमट कर रह गई है। डोर टू डोर पाइप लाइन योजना से भी नहीं जोड़ा गया है। बस्ती में जो हैण्ड पम्प लगे हैं वो अपने जिंदगी से हार मान चुके हैं। गांव के रामसिया, रमेश आदिवासी, सुरेश, सरोज देवी आदि लोगों ने बताया कि जो हैण्ड पम्प चालू हालत में हैं, उसे ग्राम प्रधान ने अपने अंडर में ले लिया है। जबकि ग्राम सभा की सरकारी जमीन थी। जहां हैण्ड पम्प लगा था। ग्रामीणों ने संबंधित अधिकारियों के द्वारा पेयजल आपूर्ति की मांग की है।