प्रयागराज (राजेश सिंह)। उमेश पाल हत्याकांड की तफ्तीश में जुटी पुलिस को चौंकाने वाली जानकारी मिली है। पता चला है कि सेंट्रल जेल नैनी में बंद माफिया अतीक के बेटे अली अहमद से शूटर गुलाम, बमबाज गुड्डू और साजिशकर्ता सदाकत खान ने मुलाकात की थी।
तीनों हत्या से करीब 10 दिन पहले जेल में दोस्त बनकर पहुंचे थे और बातचीत करके जेल से बाहर आए थे। इससे संबंधित साक्ष्य मिलने पर पुलिस ने उमेश पाल हत्याकांड के मुकदमे में अली अहमद का नाम बढ़ाया है। पुलिस और एसटीएफ की जांच में यह साफ हो चुका है कि मुस्लिम बोर्डिंग हास्टल में उमेश पाल हत्याकांड की साजिश रची गई थी।
साजिश में गाजीपुर निवासी सदाकत ने खुद को वकील बता अहम भूमिका निभाई थी। पुलिस का कहना है कि शुरुआती छानबीन में यह तथ्य सामने आया था कि अली से मिलने के लिए जेल में कुछ उसके साथी पहुंचे थे, लेकिन उस वक्त उनकी पूरी जानकारी नहीं मिली थी।
अतीक अहमद का बेटा असद घटना के बाद से फरार है। अब उसकी मंगेतर मंतशा नूरी भी मेरठ से फरार है। मंतशा अतीक की बहन आयशा नूरी की बेटी यानी भांजी है। पता चला है कि अतीक और आयशा ने असद तथा मंतशा की गुपचुप सगाई कर दी थी और निकाह की बात तय कर ली थी।