ड्रिप वायर के सहारे लटका मिला शव, जांच में जुटी पुलिस
प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज के धूमनगंज स्थित एक निजी अस्पताल में भर्ती बैंक मैनेजर की पत्नी की रविवार की सुबह रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई। प्राइवेट वार्ड के बाथरूम का ताला तोड़कर उसका शव निकाला गया। अस्पताल के कर्मचारी और डॉक्टर उसे आईसीयू में ले गए, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी। अस्पताल कर्मी और ससुरालवाले इसे ड्रिप वायर से फंदा लगाकर खुदकुशी करने की घटना बता रहे हैं। लेकिन, मृतका की मां, भाई और बहन ने सच्चाई छिपाने और जान लेने का आरोप लगाया है।
हालांकि देर रात तक इस मामले में मायके वालों की ओर से पुलिस को तहरीर नहीं दी गई थी। एक दिन पहले पति- पत्नी के बीच किसी बात को लेकर विवाद होने की भी बात सामने आ रही है। नीतू पुत्री रामवीर सिंह मूल रूप से कानपुर स्थित कल्यनपुर के केशवपुरम की रहने वाली थी। उसकी शादी 16 जुलाई 2011 में कानपुर के ही बर्रा के रहने वाले राहुल यादव पुत्र जगदीश से हुई थी। राहुल सिविल लाइंस में आईडीबीआई बैंक में मैनेजर के पद पर तैनात है। वह चौफटका के पास अंबेडकर विहार के शिवम अपार्टमेंट में फ्लैट नंबर-403 में पत्नी नीतू और पुत्र आदि के साथ रहते थे।
नीतू के दोबारा गर्भवती होने के बाद राहुल देखभाल कर रहा था। कुछ दिन पहले प्रसव पीड़ा होने के बाद उसे धूमनगंज में एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां पांच अप्रैल को उसने एक बेटी को जन्म दिया। रविवार दोपहर उसे डिस्चार्ज किया जाना था। बताया जा रहा है कि राहुल सुबह 6:30 बजे तक अस्पताल में ही था। उसके पिता भी अस्पताल परिसर में ही थे। इस बीच दिन के आठ बजे अस्पताल की नर्स जब इंजेक्शन लगाने के लिए पहुंची, तब अंदर से दरवाजा बंद था।
कई बार आवाज लगाने और खटखटाने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तब अस्पताल वालों ने राहुल को फोन कर इसकी जानकारी दी। इस पर राहुल अस्पताल पहुंच गया। बालकनी की ओर जाकर कर्मचारियों ने खिड़की से भीतर झांका तो नीतू बेड पर दिखाई नहीं दी। जबकि, उसकी बच्ची वहीं लेटी हुई थी। इसके बाद पति की मौजूदगी में ही दरवाजा तोड़कर कर्मचारी भीतर गए तो नीतू का शव बाथरूम में पड़ा मिला। बाथरूम के महज पांच फीट ऊंचे हैंगर के सहारे उसके गले में ड्रिप वायर का फंदा कसा था।
आनन-फानन में उसे फंदे से उतारकर आईसीयू में ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। सूचना पर पुलिस पहुंची और मायके वालों को फोन से घटना की जानकारी दी। इसके बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्या ने बताया कि दोपहर में मायके वाले भी आ गए, लेकिन उन्होंने अभी तक कोई तहरीर नहीं दी है। ससुराल वाले इसे खुदकुशी बता रहे हैं, लेकिन वह नहीं बता पा रहे हैं कि आखिर उसने ऐसा कदम क्यों उठाया।
इस मामले में चौंकाने वाली बात यह रही कि मृतका का गला ड्रिप वायर से कसा था। इसी से फंदा बनाया गया था, जिसे बाथरूम में लगे हैंगर में फंसाया गया था। पुलिस ने घंटों जांच पड़ताल की लेकिन मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला। शरीर पर अन्य कोई जाहिरा चोट के निशान भी नहीं मिले।
उधर घटना की जानकारी पर दोपहर में कानपुर से मृतका के माता पिता और भाई आ गए। मां मुन्नी देवी ने आरोप लगाया कि बेटी होने से दामाद नाराज था और पत्नी को उल्टा सीधा कहता था। उन्होंने यह भी बताया कि नीतू उनके तीन बच्चों में दूसरे नंबर पर थी। शनिवार रात 8:00 बजे के करीब उससे बात हुई थी और तब उसने उन्हें प्रयागराज बुलाया था। कहा था कि उसकी तबीयत ठीक नहीं है और बच्ची को फिलहाल देखरेख की जरूरत है, ऐसे वह कानपुर से आकर बच्ची को संभाल दे।