प्रयागराज (राजेश सिंह)। उमेश पाल हत्याकांड में असद के शामिल होने के मामले में माफिया अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन काफी नाराज हुई थी। पुलिस को पता चला है कि शूटआउट के वीडियो में बेटे असद को देखने के बाद दूसरे दिन शाइस्ता परवीन ने साबरमती जेल में बंद पति अतीक अहमद को फोन किया और यह गुस्सा जताया कि असद को कार में रहना था, उसे बाहर आकर गोली नहीं चलानी थी, फिर ये कैसे हुआ। अतीक के रिश्तेदार ने इस बारे में पुलिस को बताया कि फोन पर अतीक ने शाइस्ता से कहा था कि उमेश को मारने के बाद 18 वर्ष बाद उसे चैन मिला है, अब जो होगा, सो देखा जाएगा। अतीक ने कहा था कि असद शेर से कम नहीं है, उसने शेर की तरह काम किया है। अब रोने-झगड़ने से कुछ नहीं होगा।
उमेश पाल हत्याकांड की छानबीन में अब सामने आया है कि हत्याकांड में अतीक के बेटे असद समेत अन्य शूटरों के इस्तेमाल के लिए 16 आइफोन कटरा के एक शोरूम से खरीदे गए थे। इसके लिए आइडी का इंतजाम किया गया। पता चल रहा है कि आइडी की व्यवस्था अतीक के नाबालिग बेटे ने की थी। उसने अपने कई दोस्तों से पांच-पांच हजार रुपये में आइडी ली थी जिसकी मदद से फोन और सिम खरीदे गए थे। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि हत्याकांड के लिए आइडी का इंतजाम करना भी साजिश में शामिल होना है। उसका नाम साजिश कर्ता में जोड़ा जाएगा।
मायावती ने माफिया अतीक अहमद की पत्नी या परिवार के अन्य किसी सदस्य को मेयर पद के लिए प्रयागराज से टिकट दिए जाने की अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया है। अतीक की पत्नी को पार्टी में रखने या न रखने पर भी स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि उनके पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद जो भी तथ्य उभरकर सामने आएंगे, उसको देखते हुए जल्द फैसला किया जाएगा। मायावती ने साफ कहा कि हमारी पार्टी कानून से ऊपर नहीं है। पार्टी के लखनऊ स्थित प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान मायावती ने यह बाते कहीं। मायावती ने निकाय चुनाव की घोषणा किए जाने का स्वागत करते हुए कहा कि ईवीएम और आरक्षण व्यवस्था से सहमत न होने के बावजूद बसपा पूरे दमखम से निकाय चुनाव लड़ेगी।