मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। मेजा के चपरतला गांव में चल रहे श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कथावाचक महाराज ने राजा बलि व श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई। आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ के पांचवें दिन रविवार को कथा वाचक देवता पंडित दुबे जी महाराज ने कथा के मुख्य यजमान पंडित रजन कुमार मिश्र को राजा बलि व श्रीकृष्ण जन्मोत्सव की कथा सुनाई। पूरा पंडाल नंद के घर आनंद भयो व जय कन्हैया लाल की.. के उद्घोष से गूंज उठा। श्रीमद्भागवत कथा 10 मई से शुरू है और 18 मई को समापन एवं महाप्रसाद वितरित किया जाएगा। भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की कथा सुन मौजूद भक्त झूम उठे। महाराज ने बताया कि भगवान ने राजा बलि से दान में तीन ही पग मांगा। प्रभु ने पहले पग में राजा बलि का मन नापा, तो दूसरे में पूरी सृष्टि यानी धन को नाप दिया। जब तीसरे पग की बारी आई, तो राजा बलि भी मूक हो गए। तब उनकी पारी आगे आई और राजा बलि को अपना तन भगवान को अर्पित कर देने की बात कही। इस तरह राजा बलि ने तन, मन व धन भगवान के चरणों में अर्पित कर दिया। कथा के दौरान सैकड़ों की संख्या में भक्त मौजूद रहे।