प्रयागराज (राजेश सिंह)। महाकुंभ-2025 में संगम दर्शन अलग हटकर हो सकेगा। इसके लिए केबल कार चलाई जाएगी। संगम पर रोपवे की महात्वाकांक्षी परियोजना को महाकुंभ से पहले पूरा किया जाना है। इसे पीपीपी मॉडल पर चलाने की योजना बनाई गई है। महाकुंभ की परियोजनाओं में संगम पर रोपवे को सीएम योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट के रूप में देखा जा रहा है।
प्रयागराज आने वाले श्रद्धालु अब केबल कार से संगम, अक्षयवट, सरस्वती कूप के अलावा माघ मेला और कुंभ मेला का नजारा देख सकेंगे। पहली बार संतों-भक्तों और सैलानियों के लिए केबल कार की सेवा यहां मिलेगी। महाकुंभ से पहले देश-दुनिया के पर्यटकों रोपवे का तोहफा दिलाने की योजना पर काम शुरू हो गया है। इसके लिए झूंसी से अरैल के बीच तीन रोपवे स्टेशन बनाए जाएंगे। इस योजना पर 60 करोड़ रुपये से अधिक खर्च आने का अनुमान है। पर्यटन विभाग की ओर से इसका खाका प्रस्तुत किया गया है। हाल में ही प्रयागराज मेला प्राधिकरण के आई ट्रिपलसी सभागार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने भी कुंभ मेलाधिकारी विजय किरन आनंद ने संगम पर रोपवे योजना का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था। फिलहाल केबल कार पीपीपी मॉडल पर श्रद्धालुओं-पर्यटकों के लिए चलाई जाएगी। इसके लिए झूंसी में उल्टा किला के के अलावा अरैल में त्रिवेणी पुष्प परिसर के अलावा सोमेश्वर महादेव के पास रोपवे स्टेशन बनाए जाएंगे।
सोमेश्वर महादेव के पास स्टेशन बनाने के लिए सर्वे कर लिया गया है। योजना के अनुसार सरकार इसके लिए भूमि उपलब्ध कराएगी। बाकी काम ठेका लेने वाली कंपनी को करना होगा। किराया निर्धारण और केबल कार के संचालन की भी व्यवस्था कंपनी के जिम्मे ही होगी। पर्यटन विभाग की इस योजना के तहत केबल कार से एक बार में 20-25 सैलानी संगम दर्शन कर सकेंगे। इन स्टेशनों से महज 10 से 15 मिनट के भीतर पर्यटक संगम दर्शन कर सकेंगे। पीपीपी मॉडल पर तैयार होने वाली इस योजना के संचालन के लिए चुनिंदा और अनुभवी रोपवे संचालक कंपनियों से संपर्क किया गया है।