नवागत एसडीएम अमित कुमार गुप्ता ने अधिवक्ताओं के साथ की समन्वय बैठक
मेजा,प्रयागराज।(हरिश्चंद्र त्रिपाठी)
नवागत एसडीएम मेजा अमित कुमार गुप्ता ने कहा कि बार और बेंच में बेहतर समन्वय जरूरी है ताकि लोगों को न्याय मिल सके। कहा कि अधिवक्ताओं की समस्याएं निपटाना प्राथमिकता है। मुकदमों के निपटारे में अधिवक्ता सहयोग करें। एसडीएम ने दो दिन पूर्व कार्य भार ग्रहण करने के बाद शुक्रवार को तहसील सभागार में अधिवक्ताओं से औपचारिक परिचय कर रहे थे।एसडीएम ने कहा कि बिना अधिवक्ता के न्याय की परिकल्पना करना संभव नहीं है। अधिवक्ता ही वादकारी और न्यायालय के बीच की कड़ी है। वह हर संभव प्रयास करेंगे कि बार और बेंच के बीच में प्यार और सद्भावना बनी रहे।उन्होंने यह भी कहा कि देरी से मिलने वाला न्याय भी विवादों को उत्पन्न करता है।कहा कि अभी हमें मेजा की भौगोलिक स्थिति और कर्मचारियों के बारे में जानकारी करनी है।हमारा प्रयास रहेगा कि पीड़ितों को शीघ्र न्याय मिले।सरकारी जमीनों पर जैसे तालाब चकमार्ग खलियान नाली पर अवैध अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ क शक्त कार्यवाही करने की बात कही। वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने कहा कि यह बार की कार्यशैली पर निर्भर करता है कि वह अधिवक्ताओं और वादकारियों के हितों का ध्यान रखते हुए कार्य करे।इंद्रदेव मिश्रा ने कहा कि धारा 38 की फाइले हजारों की संख्या में राजस्व निरीक्षक व लेखपालो ने वषों से लेकर घूम रहे है उनके रिपोर्ट मगाने की बात कही और कहा कि जब तक बार बेंच का ताल मेल बनेगा तभी तहसील चल पाएगा।
राजेश्वर प्रसाद दुबे ने कहा तहसीलदार कोर्ट मे जितने भी फाइल पड़ी उसको रखने के लिए कोइ व्यवस्था नही है और धारा 116 में स्टे देने की बात कही।बार के मंत्री चंद्रमणि शुक्ल ने एसडीएम का स्वागत करते हुए अधिवक्ताओं से परिचय कराया। अध्यक्ष महेंद्र कुमार द्विवेदी ने सहयोग का आश्वासन दिया।इस मौके पर नवागत तहसीलदार नीलम उपाध्याय,नायब तहसीलदार मेजा अनुग्रह सिंह,नायब तहसीलदार मांडा सुलभ तिवारी,नायब तहसीलदार लालतारा राजेंद्र सिंह सहित अधिवक्ता राजीव शुक्ल, एसपी मिश्र,सतीश दुबे,आनंद पांडेय,अरुण तिवारी,राजेश्वरी दुबे,हरिशंकर मिश्र,कमलेश मिश्र,चंद्रशेखर जिद्दी,राजकुमार तिवारी,आनंद श्रीवास्तव,जटाशंकर शुक्ल,योगेंद्र नारायण शर्मा,पदमकांत शुक्ला,दुर्गेश तिवारी,मनोज शुक्ला सहित भारी संख्या में अधिवक्ता और तहसील कर्मचारी मौजूद रहे।