नयी दिल्ली। स्टार भारतीय जिमनास्ट दीपा करमाकर को एशियाई खेलों के लिए भारतीय दल में चुने जाने की संभावना है क्योंकि भारतीय जिमनास्टिक महासंघ (जीएफआई) ने खेल मंत्रालय से उनको टीम में शामिल करने का अनुरोध किया है। रियो ओलंपिक (2016) में चौथे स्थान पर रहकर भारतीय जिमनास्टिक को सुर्खियों में लाने वाली दीपा को मंत्रालय के चयन मानदंडों को पूरा करने में विफल रहने के कारण 23 सितंबर से शुरू होने वाले आगामी हांग्झोउ एशियाई खेलों के लिए महिला जिमनास्टिक टीम की अंतिम सूची से हटा दिया गया था।
खेल मंत्रालय के चयन मानदंड में मुताबिक ‘प्रतियोगिता (एशियाई खेल) शुरू होने से पहले पिछले 12 महीनों के दौरान व्यक्तिगत स्पर्धाओं में खिलाड़ियों का प्रदर्शन 2018 एशियाई खेलों के आठवें स्थान धारक द्वारा हासिल किए गए प्रदर्शन से कम नहीं होना चाहिए।’’ दीपा ने 11 और 12 जुलाई को भुवनेश्वर में आयोजित ट्रायल में शीर्ष स्थान हासिल किया था। वह 15 जुलाई की समय सीमा से पहले एशियाई खेलों के आयोजकों को भेजी गई शुरुआती टीम का हिस्सा थीं।
मंत्रालय के मानदंडों को पूरा नहीं करने के कारण हालांकि बाद में उन्हें भारतीय खिलाड़ियों की सूची से बाहर कर दिया गया था। जीएफआई चयन समिति के अध्यक्ष अशोक साहू ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘दीपा ने भारतीय जिमनास्टिक का चेहरा बदला है। वह चोट और डोपिंग निलंबन के कारण पिछले कुछ वर्षों से प्रतिस्पर्धा नहीं कर रही है, लेकिन हमें इस बात पर विचार करना होगा कि उसने ट्रायल में शीर्ष स्थान हासिल किया है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ इस स्थिति से निराश दीपा ने इसके बाद छूट के लिए मंत्रालय से संपर्क किया और यहां तक कि भारतीय जिमनास्टिक महासंघ ने भी उनके मामले पर विचार करने के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण को एक अनुरोध पत्र भेजा था।’’
दीपा ने 2017 में एंटीरियर क्रूसिएट लिगामेंट (एसीएल) की चोट के इलाज के लिए सर्जरी करवाई थी। इस सर्जरी के बाद भी उनके घुटने में समस्या ने उन्हें प्रमुख प्रतियोगिताओं से दूर रखा। वह स्टुटगार्ट में 2019 विश्व चौंपियनशिप और फिर 2021 में हुए तोक्यो ओलंपिक