वाराणसी (राजेश शुक्ला)। ज्ञानवापी में चल रहे एएसआई सर्वे के दौरान शनिवार को ज्ञानवापी के तहखानों को खुलवाया गया। तहखाने में एएसआई टीम की टीम ने सर्वे के लिए निरीक्षण किया। ज्ञानवापी में हुए सर्वे की पहली पाली के पश्चात ज्ञानवापी से निकली हिंदू पक्ष की वादिनी ने चौकाने वाले खुलासे किए. हिंदू पक्ष की वादिनी सीता शाहू ने ज्ञानवापी में हो रहे सर्वे की लेकर जहां मुस्लिम पक्ष के सहयोग करने की बात कही, तो वही ज्ञानवापी के तहखाने में खंडित मूर्तियों और टूटे खंभों के अवशेष मिलने के दवा किया. सीता शाहू ने बताया कि तहखाने में लाइट न होने के बाद लाइट की व्यवस्था प्रशासन के द्वारा करवाया गया और एएसआई टीम ने तहखाने का वीडियोग्राफी किया।
वादिनी सीता शाहू ने बताया कि सर्वे टीम ने जब तहखाने को खोला तो वहां पर पहले जिस प्रकार से दावा किया गया वैसे ही खंडित मूर्तियां मिली। इसके साथ ही तहखाने में खंडित अवशेष और टूटे हुए मंदिर के खंभे पड़े हुए है. हालांकि सीता शाहू से जब पूछा गया कि वह मूर्तियां किसकी थी, तो वह इसे बताने में अक्षम रही और कहा कि एएसआई की टीम सर्वे रिपोर्ट में इन सब बातों का उल्लेख कर न्यायालय में देगा की तहखाने की मूर्तियां कितनी पुरानी और किसकी है।
सीता शाहू ने आगे बताया की तहखाने के अंदर नकाशीदार पत्थर पड़े है। तहखाने में मिल रहे अवशेष से हिंदू पक्ष को मजबूती मिलेगी। हम सभी पहले से कह रहे है कि यहां मंदिर था और मुस्लिम पक्ष इसे नकारता रहा। जब एएसआई टीम बताएगी कि यह अवशेष कितना पुराना है, तो मुस्लिम पक्ष को भी उनकी रिपोर्ट को मानना पड़ेगा।