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पीएम मोदी प्रयाग जंक्शन और फूलपुर स्टेशन के भी पुनर्विकास का करेंगे शिलान्यास

SV News

प्रयागराज (राजेश सिंह)। प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चुने गए उत्तर रेलवे के प्रयाग जंक्शन और फूलपुर रेलवे स्टेशन का भी शिलान्यास करेंगे। उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। उक्त दोनों स्टेशन के पुनर्विकास का शिलान्यास भी रविवार छह अगस्त को होगा।दरअसल छह अगस्त को ही अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत चुने गए स्टेशनों के पुनर्विकास का शिलान्यास पीएम मोदी द्वारा वर्चुअली किया जाना है।
उत्तर मध्य रेलवे की बात करें तों यहां इस योजना के तहत पहले चरण में प्रयागराज मंडल के पांच, आगरा मंडल के चार एवं झांसी मंडल के तीन स्टेशनों का पुनर्विकास होना है। इसके अलावा प्रयागराज जंक्शन और कानपुर सेंट्रल को भी नए भारत का नया स्टेशन बनाया जाना है। इन दोनों महत्वपूर्ण रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास का भी शिलान्यास पीएम मोदी के ही हाथों होना है।
एनसीआर प्रशासन द्वारा इसकी तैयारी भी तेज कर दी गई है। कार्यक्रम में आमंत्रित किए जाने वाले लोगों की सूची भी एनसीआर प्रशासन द्वारा बनाई जा रही है। छह अगस्त को ही ईस्टर्न डेडीकेटेड फ्रेट कॉरीडोर (ईडीएफसी) के तहत अभी हाल ही में कानपुर के भाऊपुर से पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन तक मालगाड़ी के लिए बनाए गए रेलमार्ग को भी पीएम मोदी द्वारा राष्ट्र को समर्पित किया जाएगा।
देश में आम आदमी को रेलवे की रेलवे की बेहतर कनेक्टिविटी और स्टेशनों पर हाईटेक सुविधाओं को देने के लिए रेलवे लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री छह अगस्त को एक साथ 500 रेलवे स्टेशनों का कायाकल्प करने के लिए अमृत भारत स्टेशन स्कीम का शिलान्यास करेंगे। यूपी की बात करें तो पहले चरण में तकरीबन 50 स्टेशनों को इस स्कीम के लिए चुना गया है। प्रयागराज जिले की बात करें तो यहां दो स्टेशन इस योजना के तहत चुने गए हैं।
यहां प्रयाग और फूलपुर स्टेशन में वेटिंग हॉल, शौचालय, आवश्यकतानुसार लिफ्ट/एस्केलेटर, स्वच्छता, मुफ्त वाई-फाई, स्थानीय उत्पादों के लिए कियोस्क जैसी सुविधाओं में सुधार, 12 मीटर चौड़ा पैदल यात्री पुल आदि का निर्माण होना है। बता दें कि अमृत काल के दौरान विकसित किए जाने वाले छोटे रेलवे स्टेशनों को ‘अमृत भारत’ नाम दिया गया है। बड़े स्टेशनों की भांति आगामी 50 वर्षों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए चिह्नित स्टेशनों का पुनर्निर्माण किया जाएगा। अमृत भारत के अंतर्गत धार्मिक और पर्यटन क्षेत्र वाले छोटे स्टेशनों को चिह्नित किया गया है।

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