प्रयागराज (राजेश सिंह)। धोखाधड़ी और कूटरचना के आरोप में जेल भेजी गईं प्रयाग महिला विद्यापीठ डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉ. रजनी त्रिपाठी को निलंबित कर दिया गया है। पिछले हफ्ते पुलिस ने उन्हें 19 साल पुराने धोखाधड़ी के मामले में गिरफ्तार किया था। इसके बाद कॉलेज प्रबंधन को कार्रवाई करनी पड़ी। प्रबंध कमेटी ने प्रो. संध्या त्रिपाठी को कार्यवाहक प्राचार्य नियुक्त किया है।
प्राचार्य रहीं डॉ. रजनी त्रिपाठी के खिलाफ वर्ष 2004 में सिविल लाइंस थाने में कूटरचना व धोखाधड़ी के दो मुकदमे दर्ज हुए थे। 2013 में भी कूटरचना व धोखाधड़ी का एक मामला दर्ज हुआ था। इसके बावजूद वह फरवरी 2018 से फरवरी 2023 तक उत्तर प्रदेश उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग की सदस्य बनाई गई थीं।
आयोग सदस्य का कार्यकाल पूरा होने के बाद डॉ. रजनी ने वापस प्राचार्य के पद पर ज्वाइन किया था। इस बीच कूटरचना व धोखाधड़ी के पुराने में मामले में कोर्ट ने उनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया। इसके अनुपालन में पुलिस ने उन्हें 28 जुलाई को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। जेल भेजे जाने के बाद प्रबंध समिति की बैठक हुई, जिसमें डॉ. रजनी त्रिपाठी को सर्वसम्मति से निलंबित करने का प्रस्ताव पारित किया गया।
इसके बाद प्रबंध समिति ने अंग्रेजी विभाग की प्रो. संध्या त्रिपाठी को कार्यवाहक प्राचार्य नियुक्त कर दिया। प्रबंधक चंद्रकांत की ओर से जारी पत्र के अनुसार प्रबंध समिति ने प्रो. संध्या त्रिपाठी को अग्रिम आदेशों तक कार्यवाहक प्राचार्य नियुक्त किया है। उन्हें यह जिम्मेदारी तत्काल संभालने को कहा गया है।