प्रयागराज (राजेश सिंह)। चर्च ऑफ नार्थ इंडिया (सीएनआई) के लखनऊ डायोसिस ट्रस्ट एसोसिएशन, लखनऊ डायोसिस बोर्ड और सचिव के कार्यालयों का ताला तोड़कर कब्जा कर लिया गया है। यह आरोप हाल में ही लखनऊ डायोसिस के बिशप के रूप में बहाल हुए फादर मॉरिस एडगर दान पर पूर्व बिशप पीटर बलदेव ने लगाया है। उधर, लखनऊ डायोसिस के सचिव फादर मनीष जैदी ने ताला तोड़ने संबंधी आरोपों को निराधार बताया है। उनका कहना है कि दान बिशप के रूप में कार्यभार संभाल चुके हैं। ऐसे में ताला तोड़ने का औचित्य ही नहीं उठता।
भ्रष्टाचार के आरोप में बिशप पद से बर्खास्त किए गए पीटर बलदेव ने बृहस्पतिवार को सिविल लाइंस थाने में नवनियुक्त बिशप फादर मॉरिस एडगर दान के खिलाफ तहरीर दी। पीटर बलदेव ने इसमें कहा है कि मॉरिस एडगर दान और मनीष जैदी ने अपने कुछ साथियों की मदद से लखनऊ डायोसिस ट्रस्ट एसोसिएशन व सचिव के कार्यालयों के ताले तोड़कर अंदर प्रवेश किया है, जो गैर कानूनी है। पीटर का कहना है कि बिशप हाउव और दफ्तर पर यथास्थिति बनाए रखने का कोर्ट का आदेश है। ताला तोड़कर कोर्ट के आदेश की अवमानना की गई है। पीटर ने चिंता जताई कि कार्यालय में जहां ताला तोड़ा गया, वहां डोयोसिस के कई अहम दस्तावेज और फाइलें रखी हुई हैं। उन फाइलों को गायब किए जाने की आशंका है। ऐसे दान के कब्जे के कार्यालय को मुक्त कराया जाना चाहिए। बिशप के खिलाफ थाने में तहरीर दिए जाने के बाद माहौल गरम हो गया है। यह ऐसे समय हुआ है जब एक दिन पहले ही बिशप दान ने कार्यभार संभालने के बाद अपना कामकाज शुरू किया है। तहरीर मिलने के बाद पुलिस ने बिशप हाउस के अलावा दफ्तर का मुआयना भी किया। इस संबंध में बिशप दान से पुलिस ने जानकारी ली।
बिशप हाउस परिसर के एक हिस्से पर पहले से ही मेरा ताला लगा हुआ था। वहीं बैठकर मैं कामकाज कर रहा हूं। किसी दफ्तर का ताला नहीं तोड़ा गया। यह सब मनगढ़ंत कहानी बनाई जा रही है। - बिशप मॉरिस एडगर दान-लखनऊ डायोसिस