प्रयागराज (राजेश सिंह)। भारतीय वायु सेना दिवस के 91 वीं वर्षगांठ के मौके पर महिला अधिकारी ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी ने प्रयागराज के बमरौली में वायु सेना स्टेशन पर हुई परेड की कमान संभाली। भारतीय वायुसेना की 91 वीं वर्षगांठ पर भव्य प्रदर्शन शुरू हुआ तो आसमान तालियों से गूंज उठा। परेठ ठीक 7:40 पर परेड शुरू हुई। इसी के कुछ देर बाद 8000 फीट की ऊंचाई से पैराट्रूपर्स की टीम ने हवा में छलांग लगाई तो बमरौली स्थित मध्य वायु कमान परिसर तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। मध्य वायु कमान में आयोजित 91वें वायु सेना दिवस पर ग्रुप कैप्टन शैलजा धामी को परेड कमान की जिम्मेदारी दी गई। उन्होंने इसे बखूबी निभाया। इस परेड में कुल 40 महिलाएं शामिल हुई। इसमें से 31 महिला अग्नि वीर की टुकड़ी है। किसी भी परेड में पहली बार अग्नि वीर को भी शामिल किया गया है। परेड में कुल 361 वायु योद्धाओं ने ने भाग लिया है।
हेलीकॉप्टर पायलट धामी ने इस साल की शुरुआत में इतिहास रचा था क्योंकि वह मार्च में फ्रंटलाइन आईएएफ लड़ाकू इकाई की कमान संभालने वाली पहली महिला थीं। वर्तमान में, वह पश्चिमी क्षेत्र में एक मिसाइल स्क्वाड्रन का नेतृत्व करती हैं। धामी को 2003 में भारतीय वायुसेना में नियुक्त किया गया था और वह एक योग्य उड़ान प्रशिक्षक हैं। वह अब तक 2,800 से अधिक उड़ान घंटों में लॉग इन कर चुकी है।
आईएएफ के प्रवक्ता विंग कमांडर आशीष मोघे ने कहा कि पहली बार परेड में नव शामिल अग्निवीर वायु सहित पूरी तरह से महिला टुकड़ी है, जिसने पुरुष समकक्षों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर मार्च किया। परेड में पहली बार गरुड़ कमांडो की उड़ान भी शामिल है। लैंगिक समानता को बढ़ावा देने के लिए, भारतीय वायुसेना और नौसेना ने महिला अधिकारियों को अपने रैंक के भीतर विशेष बल इकाइयों, जैसे गरुड़ कमांडो बल और समुद्री कमांडो में शामिल होने की अनुमति दी है, बशर्ते वे चयन मानदंडों को पूरा करती हों।