वाराणसी (राजेश सिंह)। भारतीय प्रतिभूति बाजार संस्थान और अर्थशास्त्र विभाग , हरिश्चंद्र स्नातकोत्तर महाविद्यालय के संयुक्त तत्वाधान में 30 अक्टूबर कों वित्तीय जागरूकता विषयक दो दिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ l
कार्यशाला की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य प्रोफेसर रजनीश कुंवर ने कहा कि निवेश को सही समय पर शुरू करना बेहद आवश्यक है. उन्होंने कहा कि ज्यादा पैसे निवेश करने से ही लाभ मिलेगा यह एक मिथ है. अपनी आवश्यकता और बचत का मूल्यांकन करके ही निवेश करना लाभप्रद भी है और प्रभावी भी. उन्होंने आगे कहा कि आज की युवा पीढ़ी जिसे 'जेनेरशन Z' भी कहा जा रहा है, बेहद रचनात्मक और आत्मनिर्भर है. ऐसे में निवेश से संबंधित बारीकियों को समझकर यह पीढ़ी समाज निर्माण में अपना और योगदान दे सकती है।
अतिथियों का स्वागत करते हुए अर्थशास्त्र विभाग के अध्यक्ष एवं कार्यशाला के कोआर्डिनेटर प्रो जगदीश सिंह ने कहा कि निवेश के लिए शॉर्ट टर्म एप्रोच रखना फायदेमंद नहीं है. उन्होंने कहा कि बाजार के जोखिम को समझना और उसके बारे में पूर्ण विश्लेषण करना हमेशा ही सही रहता है उन्होंने आगे छात्रों को रोजगार परक शिक्षा प्रदान करने एवं वित्तीय रूप से जागरूक होने के महत्व को बताया।
कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन दीपक कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि राष्ट्रीय प्रतिभूति बाजार संस्थान निवेशकों के हित के संरक्षण के लिए समर्पित है. विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि निवेश को आप लाइफ पार्टनर या परिवार के सदस्य की तरह हमेशा अपने पास रख सकते हैं. उन्होंने कहा कि निवेश शुरू करने की कोई उम्र नहीं होती इसलिए छोटी छोटी बचत और निवेश से आप अपना और अपने परिवार का भविष्य सुरक्षित कर सकते हैं उन्होंने वित्तीय धोखाधड़ी से बचने वह निवेश के संबंध में विचार व्यक्त किया ।
इस मौके पर सुश्री मोनी साहू ने मुद्रा की वर्तमान समय में प्रासंगिकता एवं निवेश के प्रति जागरूक रहने के महत्व पर प्रकाश डाला। कार्यशाला में अर्थशास्त्र विभाग के 80 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यशाला का संचालन करुणेश ओझा ने किया एवं अतिथियों का धन्यवाद प्रोफेसर पंकज कुमार सिंह ने किया l कार्यशाला में मुख्य रूप से प्रोफेसर अनिल कुमार, प्रोफेसर विश्वनाथ वर्मा, रविकांत कसौधन, अमित पांडेय सहित सभी शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।