एसी थ्री कोच में लगी थी आग
प्रयागराज (राजेश सिंह)। उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज मंडल के चेकिंग स्टाफ की सक्रियता से संतरागाछ़ी एक्सप्रेस मंगलवार की देर रात बर्निंग ट्रेन होने से बच गई। ट्रेन के एसी थ्री कोच बी-3 में ब्रेक बाइडिंग से हुए हॉट एक्सेल के चलते उसके पहियों से चिंगारी एवं धुआं निकलता देख उसमें सवार चेकिंग स्टाफ ने समय रहते इसकी सूचना कंट्रोल रूम को दे दी। क्योंकि इसमें अगर जरा भी विलंब होता तो वहां आग की एक बड़ी घटना हो सकती थी। डीआरएम हिमांशु बडोनी ने चेकिंग स्टाफ की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है।
बताया जा रहा है कि गाड़ी संख्या 22858 आनंद विहार से चलकर पश्चिम बंगाल के संतरागाछी को जाती है। मंगलवार को प्रयागराज आने के पूर्व फतेहपुर के होम सिग्नल पर ट्रेन जब खड़ी हुई तो ट्रेन में कार्यरत ऑन ड्यूटी स्टाफ दयानंद पाण्डेय एवं राजीव कुमार दास को बी-3 कोच में कुछ असामान्य स्थिति का एहसास हुआ। उन्होंने तत्काल नीचे आकर देखा तो पता चला कि, ब्रेक बाइंडिंग के कारण हॉट एक्सेल हो गया है। वहां से निकल रही आग और धुआं एवं आ रही दुर्गंध को देखते हुए उन्होंने इसकी सूचना प्रयागराज स्थित कंट्रोल रूम को दी।
साथ ही बिना कोई विलंब किए रेलवे की विद्युत लाइन (ओएचई) को बंद कराया गया। इसके बाद ऑन ड्यूटी रेल कर्मी द्वारा बड़ी समझदारी के साथ त्वरित कार्य करते हुए ट्रेन में उपलब्ध अग्निशामक यंत्र का प्रयोग कर बी-3 कोच के जिस स्थान से आग एवं धुआं निकल रहा था उससे नियंत्रित किया। उन्होंने अपनी सतर्कता से संभावित दुर्घटना की संभावना को समाप्त किया गया । इसके बाद फतेहपुर स्टेशन पर भी ट्रेन परीक्षण स्टाफ द्वारा गाड़ी को चेक किया गया। वहां जांच के दौरान पुष्टि हुई कि ब्रेक बाइंडिंग के कारण ऐसा हुआ। इसके बाद ट्रेन वहां से प्रयागराज को रवाना हुई।
एनसीआर के सीनियर पीआरओ डा. अमित मालवीय ने बताया कि दयानंद पांडेय और राजीव कुमार दास की त्वरित कार्रवाई की डीआरएम प्रयागराज ने सराहना की है। उन्हें सम्मानित करने का भी निर्णय लिया गया है।