मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय)। सतर्कता जागरूकता सप्ताह 2023 के उपलक्ष्य में, मेजा ऊर्जा निगम (प्रा) लिमिटेड में संविदाकार सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसमे संस्थान से जुड़े हुए विक्रेताओं
के मुद्दों को संबोधित किया गया और उनसे जुड़ी समस्याओं के निवारण के लिए उपाय भी सामने रखे गए ।
सम्मेलन की शुरुआत में, मेजा ऊर्जा निगम के सीईओ सुनील कुमार ने विक्रेताओं को वर्चुअल माध्यम के द्वारा संबोधित करते हुए कहा- “ सभी विक्रेता हमारे कंपनी की प्रगति के भागीदार हैं और हमें एक दूसरे का साथ देते हुए आगे बढ़ना है तथा पारस्परिक तरीके से संगठन एवं देश की प्रगति में अहम भूमिका निभानी है।"
सुनील कुमार ने हितधारकों को उनके सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया और सेवाओं को पारदर्शी और शीघ्रता से प्रदान करने में उनकी सक्रिय भागीदारी को प्रोत्साहित किया।
उन्होने कहा कि विक्रेताओं को इस बात को ध्यान मे रखना चाहिए कि उनके सभी जरूरी एवं उचित दस्तावेज़ समय पर कंप्लीट हों ताकि भुगतान में किसी भी प्रकार की त्रुटि या देरी ना हो।
उन्होंने कहा, "भ्रष्टाचार एक विनाशकारी शक्ति के रूप में कार्य करता है जो राष्ट्र को पनपने नहीं देता है। पारदर्शी तरीके से एक-दूसरे के साथ सहयोग करके, हम इस बुराई का मुकाबला कर सकते हैं और राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में सक्रिय रूप से भाग ले सकते हैं।"
इसके अलावा, जीएम (ओएंडएम) सरित महेश्वरी ने श्रमिकों की सुरक्षा एवं स्वास्थ्य को सुनिश्चित करने में विक्रेताओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी ज़ोर डाला।
उन्होंने सीएंडएम विभाग के प्रयासों की भी सराहना की, विक्रेताओं को एक मंच प्रदान किया जहा पर वह अपने विषयों पर खुलकर चर्चा कर सकते हैं।
इसके साथ ही, जीएम (सीएंडएम) प्रदीप कुमार साबत ने सरदार वल्लभभाई पटेल के पारदर्शी और सैद्धांतिक कार्य दृष्टिकोण को दर्शाया और सभी को प्रेरित करते हुए कहा कि राष्ट्र निर्माण में सार्थक योगदान देने के लिए सभी को उनकी शैली को अपनाना चाहिए।
उन्होंने कंपनी के व्यवसाय में पारदर्शिता बनाए रखते हुए व्यवसायों को कुशलतापूर्वक प्रबंधित करने में तकनीकी प्रगति की भूमिका पर भी जोर दिया।
"जी.ई.एम और एस.ए.पी जैसे प्लेटफ़ॉर्म अत्यधिक प्रभावी साबित हुए हैं और लगातार उनमे और सुधार किया जा रहा है ताकि आने वाले समय में किसी भी विक्रेता को कोई भी समस्या का सामना ना करना पड़े।"
वरिष्ठ अधिकारियों ने पर्यावरण, सामाजिक और शासन (ईएसजी) मानदंडों के अनुपालन के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता पर भी जोर दिया।
उन्होंने हितधारकों से आग्रह किया कि कार्य करते वक़्त यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि पर्यावरण और समाज को किसी भी तरह का नुकसान ना हो।
कार्यक्रम में विभिन्न अन्य विभागों के प्रमुखों, व्यापार भागीदारों और अन्य एमयूएनपीएल अधिकारियों ने भाग लिया।