पर्व पर मिठाई, पटाखा और मूर्ति की खूब हुई बिक्री
प्रयागराज (राजेश सिंह)। धनतेरस के अगले दिन यानी छोटी दिवाली पर भी शनिवार को बाजार पूरी तरह गुलजार नजर आया। लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा, दीयों और मोमबत्ती के खरीदारों की जबरदस्त भीड़ बाजार में देखने को मिली। लक्ष्मी-गणेश को घर में विराजमान करने के लिए दिवाली की पूर्व संध्या पर लोगों ने जमकर खरीदारी की। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल का अनुमान है कि छोटी दिवाली पर संगम नगरी में तकरीबन 400 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ।
छोटी दिवाली पर ईको-फ्रेंडली लक्ष्मी-गणेश की प्रतिमा की लोगों के बीच खूब मांग रही। दुकानदारों ने बताया कि बाजार में लखनऊ, कोलकात्ता एवं गुजरात के तमाम शहरों से मंगाई गई मूर्ति काफी पसंद की जा रही है। प्रतिमाओं पर प्राकृतिक रंगों का इस्तेमाल किए जाने से इसकी फिनिशिंग अच्छी रहती है।
शहर के तमाम मोहल्लों, बाजारों एवं कालोनियों में मूर्ति की दुकानों पर 50 रुपये से लेकर पांच हजार तक मूर्तियां लोगों ने खरीदी। डिजाइनर वस्त्रों के सजने से मां लक्ष्मी, गणेश भगवान की मूर्तियां भी लोगों ने पसंद की। आसन को सजाने के लिए गोटे, झालर, बनावटी फूल और पत्तियों की लड़ी भी लोगों ने खरीदी। लाई, लावा, चीनी से बने खिलौनों की भी लोगों ने भी खूब खरीदारी हुई।
मिठाई संग ड्राई फ्रूट बाजार में हुई जमकर खरीदारीछोटी दिवाली के मौके पर मिठाई संग ड्राई फ्रूट बाजार में भी जमकर खरीदारी हुई। शहर की प्रमुख मिठाई की दुकानों में लड्डू, काजू कतली, छेने के आइटमों की खूब मांग रही। मोतीचूर के लड्डू, मेवे के लड्डू, खजूर लड्डू, बालूशाही आदि मिठाईयों की भी डिमांड रही। पर्व के मौके पर एक दूसरे का मुंह मीठा कराने का प्रचलन है। इस वजह से लोगों ने गिफ्ट पैक भी जमकर खरीदे। चॉकलेट पैक भी लोगों ने पसंद किया।
बड़े शोरूम और कुछ दुकानों में ब्रांडेड चिप्स, छेना रसगुल्ला आदि के भी गिफ्ट पैक लोगों ने खरीदे। इसी तरह काजू, पिस्ता, बादाम, किशमिश के पैक 350 रुपये से लेकर भार और आइटमों के अनुसार 2500 रुपये तक में बिके। भगवान दास प्रहलाद दास एंड संस के अंकित गुप्ता ने बताया कि मेवे की मिठाइयां इस बार लोगों ने ज्यादा खरीदी। अग्रवाल नमकीन एंड स्वीट्स के राजू अग्रवाल ने बताया कि मेवे के आकर्षक गिफ्ट पैक भी लोगों ने अपनी क्षमता के अनुसार खरीदे।
रंग-बिरंगी झालरों की थोक और फुटकर दुकानों में भीड़ लगी रही। घूमने वाले दीपमाला, दीये, कलश, रिमोट से चलने वालीं झालरों के अलावा अन्य स्वदेशी झालरों की जमकर बिक्री हुई। शाहगंज, चौक, सिविल लाइंस, कोठापार्चा, अल्लापुर, तेलियरगंज, कटरा, राजरूपपुर, मुट्ठीगंज आदि बाजारों में बैटरी वाले कैंडल, चाइनीज डक लाइट, एलईडी, मल्टीकलर रॉकेट एलईडी, लोटस बल्ब, राउंडेबल बल्ब, प्लेट फ्रेम में हाइड्रोलिक गणेश-लक्ष्मी की खूब बिक्री हुई। ट्री, मिर्ची और सेब लुक बल्ब की झालर भी लोगों ने पसंद की।
इसी तरह इलेक्ट्रानिक्स बाजार में स्मार्ट टीवी, डबल डोर फ्रिज, वॉशिंग मशीन, गीजर, वाटर प्योरीफायर, मिक्सर आदि लोगों ने खरीदे। आशा एंड कंपनी, टॉप एंड टाउन, केके सेल्स, एलजी शॉप, मेगा इलेक्ट्रानिक्स आदि शोरूम में देर शाम तक खरीदारी के लिए लोग जुटे रहे।
पटाखा बाजार में भी शनिवार को लोगों की खूब भीड़ उमड़ी। एंग्लो बंगाली, केएन काटजू एवं अन्य मैदानों में लगी पटाखे की दुकानों पर लोगों की भीड़ दिन भर रही रही। फैंसी पटाखे की बिक्री ज्यादा हुई। बाजार में ईको फ्रेंडली पटाखों का इस बार जोर है। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष पटाखे के दाम 20 फीसदी तक बढ़ जाने की वजह से तमाम लोगों ने अपनी जेब की क्षमता के अनुसार ही खरीदारी की। बाजार में रंगीन रोशनी बिखेरने वाले पटाखे ही लोगों ने खरीदने पसंद किए। अनार, फूलझड़ी, चकरी, चटाई, रॉकेट, तीन अवाजा, सतरंगा आदि पटाखे खूब बिके।
शनिवार के दिन अमूमन लोग धातु या उससे बनी वस्तुएं खरीदना कम पसंद करते हैं लेकिन छोटी दिवाली पर सराफा और वाहनों के शोरूम में ग्राहकों की आवाजाही ने कुछ और ही इशारा किया। अकेले सराफा बाजार में ही एक अनुमान के मुताबिक शनिवार को तकरीबन 70 से 80 करोड़ रुपये तक का कारोबार हो गया। सिक्कों के साथ ही लक्ष्मी-गणेश की मूर्तियां, पायल, बिछिया, सोने के कंगन, अंगूठी, चेन आदि की अच्छी बिक्री हुई।
चड्ढा ज्वैलर्स, राणा ज्वैलर्स, राजवंश ज्वैलर्स, सिसोदिया जेम्स एंड ज्वैल्स, भगतराम जयनारायण, तनिष्क, सुमन अर्नामेंट, रिलांयस ज्वैल्स आदि शोरूम में शनिवार को ग्राहकों की खूब चहलकदमी हुई। सहालग को देखते हुए तमाम लोगों ने छोटी दिवाली पर ही अपनी बिटिया और होने वाली बहु के लिए शॉपिंग कर डाली। इसी तरह ऑटोमोबाइल सेक्टर भी पूरी तरह से गुलजार रहा। एक अनुमान के मुताबिक शनिवार को 300 से ज्यादा दो पहिया एवं 100 के आसपास चार पहिया वाहन बिके।