जांच में जुटी टीम, बजाज पल्सर की दस बाइकें चोरी
प्रयागराज (राजेश सिंह)। गंगानगर के नवाबगंज के महेशगंज में उत्तराखंड से झारखंड जा रहे कंटेनर से 13 लाख रुपये मूल्य की 10 बाइकें चोरी हो गईं। इसके पहले ड्राइवर संदिग्ध हाल में महेशगंज में कानपुर-वाराणसी हाईवे पर कंटेनर के भीतर मृत पड़ा मिला। पुलिस सड़क हादसे में ड्राइवर की मौत होने का दावा कर रही है। बाइकें गायब होने के मामले में अज्ञात में चोरी का मुकदमा लिखकर जांच पड़ताल की जा रही है।
प्रदीप पांडेय कानपुर के पनकी, गंगागंज स्थित एसके कैरियर्स में मैनेजर हैं। उन्होंने बताया कि 13 जनवरी को रुद्रपुर उत्तराखंड के बजाज ऑटो प्लांट से उनकी कंपनी के एक कंटेनर ट्रक को लेकर चालक दिवाकर प्रसाद त्रिवेदी निवासी सीतापुर निकला। इसमें बजाज की 41 पल्सर बाइकें लदी थीं जिनकी डिलीवरी झारखंड के गिरीडीह स्थित एजेंसी में होनी थी। 15 जनवरी को चालक कंटेनर ट्रक लेकर कानपुर पहुंचा। वहां से एडवांस डीजल लेकर 3:30 बजे वह आगे के लिए रवाना हुआ। 16 जनवरी की सुबह 10 बजे उनके पास फोन आया। कॉल करने वाले ने खुद को मंसूराबाद चौकी प्रभारी बताते हुए जानकारी दी कि कंटेनर ट्रक नवाबगंज के उल्दा महेशगंज में कानपुर-वाराणसी हाईवे पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया है। इसमें चालक कंटेनर ट्रक के भीतर मृत पड़ा मिला है।
कंटेनर ट्रक भी हाईवे के बगल खड्ड में चला गया है। इस सूचना पर वह एक अन्य साथी कर्मचारी के साथ पहुंचे तो कंटेनर ट्रक से 10 बाइकें गायब मिलीं। इस संबंध में जानकारी देने पर पुलिस घंटों जांच पड़ताल में जुटी रही लेकिन गायब बाइकों का कुछ पता नहीं चला। देर रात पुलिस ने तहरीर के आधार पर अज्ञात में चोरी का मुकदमा दर्ज किया। डीसीपी अभिषेक भारती ने बताया कि मुकदमा दर्ज किया गया है। जांच पड़ताल की जा रही है।
हाईवे के गिरोह का हाथ तो नहीं?
पुलिस ने प्रारंभिक जांच पड़ताल व मौका मुआयना के बाद इसे सड़क हादसे के बाद चोरी का मामला माना है। उधर कंपनी के लोग लूट की भी आशंका जता रहे हैं। मैनेजर का कहना है कि जीपीएस लोकेशन ट्रैक करने पर पता चला कि जिस जगह पर कंटेनर ट्रक क्षतिग्रस्त हाल में मिला, वहां से इसे 20 किमी आगे भी ले जाया गया था।
इसके बाद यूटर्न लेकर इसे फिर उल्टी दिशा में यानी कानपुर की ओर लाया गया। एक बार फिर यूटर्न लेकर कंटेनर ट्रक लगभग पांच किमी तक आगे ले जाया गया और फिर इसकी अंतिम लोकेशन 15 अक्तूबर की रात 9.30 बजे घटनास्थल पर ही मिली है। कंपनी के लोगों का यह भी आशंका है कि घटना में हाईवे के किसी गिरोह का भी हाथ हो सकता है।
उधर पुलिस के मुताबिक, पोस्टमार्टम में चालक के शरीर पर जो चोटें मिली हैं, उससे हादसे की पुष्टि होती है। इंस्पेक्टर नवाबगंज कुशलपाल सिंह का कहना है कि मृतक के माथे और सीने पर भीतरी चोट आई है। उसका शव ड्राइविंग सीट पर ही पड़ा मिला था। ऐसे में आशंका है कि हादसे के दौरान स्टेयरिंग से उसे यह चोटें पहुंची। अन्य कोई भी चोट शरीर पर नहीं मिली है। परिजन शव लेकर सीतापुर के लिए रवाना हो गए हैं। उन्होंने कोई आरोप नहीं लगाया है।