मेजा, प्रयागराज (विमल पाण्डेय) भारत सरकार के नमामि गंगे परियोजना के अंतर्गत केन्द्रीय अन्तर्स्थलीय मात्स्यिकी अनुसंधान संस्थान (सिफरी) द्वारा सिरसा में गुरुवार की दोपहर कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें गंगा के मत्स्य विविधता को पुनर्स्थापित एवं संवर्धित करने के लिए सिरसा स्थित रामप्रताप इंटर कालेज के स्कूली छात्रों द्वारा गंगा नदी में पंद्रह हजार मछलियों के छोटे बच्चों को छोड़ा गया। इसमें भारतीय प्रमुख कार्प-कतला, रोहू, मृगल मछलियों के बड़े अंगुलिकाओ को शामिल किया गया है।
वहीं कार्यक्रम में संस्थान के केन्द्राध्यक्ष डा. डी एन झा ने उपस्थित लोगों का स्वागत करते हुए नमामि गंगे परियोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कहा की नदियों में कम हो रहे महत्वपूर्ण मत्स्य प्रजातियों के बीज का रैंचिंग एवं लोगो को गंगा के जैव विविधता अैार स्वच्छता के बारे में जागरूक करना है। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डॉ.शिव प्रकाश पाठक प्रधानाचार्य ने गंगा की आवश्यक्ता और हमारा कर्तव्य पर सभा को बताया l विशिष्ट अतिथि राजेश शर्मा ने गंगा के प्रति जागरूक होने के साथ ही गंगा को स्वच्छ रखने का संकल्प व्यक्त किया।
इस मौके पर डा. वेंकटेष,डॉ विकास कुमार, जितेंद्र कुमार, शोधार्थी डॉ रईस भट्ट, डॉ संदीप मिश्रा, डॉ पारगी, आशीष कुमार, अर्पिता पटेल, रामभजन वर्मा, जितेंद्र कुमार, रामसजीवन, रवि कुमार, उग्रेश सिंह, रमा शंकर यादव, राज नारायण साहित तमाम लोग उपस्थित रहे।