क्षेत्र में स्मैक, गांजा, अफीम व शराब का धंधा जोरों पर जारी पुलिस की कार्य प्रणाली पर उठने लगे सवाल
यमुनापार, प्रयागराज (राहुल यादव/अभिषेक मिश्र)। यमुनापार क्षेत्र में इन दिनों आबकारी और पुलिस विभाग की लापरवाही के चलते स्मैक, गांजा, अफीम व शराब का धंधा जोरों पर चल रहा है। बताया जाता है कि इस धंधे में लिप्त लोगों को कुछ पुलिसकर्मियों का पूरा संरक्षण प्राप्त है। यही कारण है कि स्थानीय पुलिस सब कुछ जानते हुए भी इस धंधे में लिप्त लोगों की तरफ कोर्ई सख्त कदम नहीं उठाती है। क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर कुकरमुत्ते की तरह से अवैध शराब के विक्रेता बन चुके हैं जो कि अवैध रूप से शराब की बिक्री करके पुलिस प्रशासन को ठेंगा दिखा रहे हैं।गौरतलब है कि पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा अपराध व अपराधियों के खात्मे के लिए विभिन्न प्रकार की योजनाएं बनाकर पूरी तरह से प्रयासरत हैं। उन्होंने जिले के सभी थानों और चौकियों में क्राइम को रोकने की दिशा में पुरजोर प्रयास करने के आदेश जारी किए हुए हैं, लेकिन, लालापुर, नारीबारी, भारतगंज, कोहड़ार, सिरसा, जेवनिया, चौकी में तैनात पुलिसकर्मियों की मनमानी का आलम यह है कि क्षेत्र में शराब की अवैध बिक्री और विभिन्न प्रकार के मादक पदार्थों की बिक्री बेरोकटोक जारी है। मजेदार बात यह है कि अगर कहीं पर छापामारी की जाती है तो किसी भी स्थान पर छापेमारी करने से पहले ही छापे की सूचना तस्करी में संलिप्त व्यक्ति को पहले ही मिल जाती है। यदि कोई छोटा तस्कर पकड़ा गया तो बड़े आकाओं का फोन आते ही स्थानीय पुलिस उसे छोड़ देती है। इसी कड़ी में ताजा मामला प्रकाश में आया है। बीते बृहस्पतिवार रात भारतगंज कस्बे के वार्ड नम्बर तीन से एक तस्कर को पुलिस ने पकड़ा और तीन घन्टे तक चौकी पर बैठाने के बाद उसे छोड़ दिया गया। बीते दिन मेजा थाने पर आयोजित हुई पुलिस अफसरों की गोष्ठी में अवैध मादक पदार्थों की बिक्री पर रोक लगाए जाने की पत्रकार साथियों ने आवाज बुलंद की। यमुनानगर पुलिस उपायुक्त ने मादक पदार्थो की बिक्री पर प्रभावी कार्रवाई का भरोसा दिया। बावजूद इसके रोकथाम लगता नजर नहीं आरहा है। चौकी क्षेत्र के भारतगंज कस्बा सहित प्रयागपुर रामगढ़वा, भौसरा नरोत्तम, राजापुर बंगलिया, चक मुसाही, बामपुर, बादपुर आदि गांवों में अवैध मादक पदार्थों की खुले आम बिक्री जारी है।भारतगंज चौकी क्षेत्र में नशे का सामान, स्मैक,गांजा, अफीम, शराब बड़े पैमाने बेचा व खरीदा जाता है। नशे के कारोबार में क्षेत्र के कई तस्कर शामिल हैं, जो पुलिस से सांठगांठ कर क्षेत्र में यह धंधा चलाते हैं। इस धंधे में लिप्त लोग मोटा मुनाफा कमाते हैं।नशे के सप्लायरों के पास ग्राहक की क्षमता के अनुसार माल पहुंच जाता है। सूत्रों के मुताबिक नशे का कारोबार करने वाले लोग स्मैक, गांजा, अफीम व चरस मिर्जापुर, भदोही आदि शहरों से खरीदकर लाते हैं। सूत्र बताते हैं कि इस धंधे में लगे लोगों द्वारा हर चक्कर पर नए युवा भेजे जाते हैं। जो आसानी से मोटे दाम कमाने के लालच में नशे का सामान ले आते हैं। उसके बाद इस नशे के सामान को सप्लायरों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर छुपाकर रखा जाता है और बेचा जाता है। युवा पीढ़ी नशे का लती होकर बर्बाद हो रहा। जिससे क्षेत्र में चोरी व लूट की घटना बढ़ी हुई है।