नवनिर्मित सीएचसी के अधीक्षक के आवास पर मिली देशी शराब बना चर्चा का विषय
प्रयागराज (राजेश सिंह)। जिले के सराय इनायत थाना क्षेत्र के कोटवा स्थित नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक के आवास पर करीब 12 प्लास्टिक के गैलन में देशी शराब मिलने से हड़कंप मच गया। सूचना पर पहुंची इलाकाई पुलिस छानबीन में जुटी हुई है।
मिली जानकारी के अनुसार शनिवार को सराय इनायत पुलिस ने अधीक्षक के आवास के शौचालय से सैकड़ों लीटर देशी शराब बरामद किया है। उक्त देशी शराब कहां से आई और कोटवा स्थित नवनिर्मित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अधीक्षक के आवास के शौचालय में कैसे पहुंची यह चर्चा का विषय बना हुआ है। फिलहाल पुलिस ने देशी शराब बरामद कर जांच पड़ताल में जुटी हुई है।
जिले का पहला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र होने का गौरव हासिल कर चुका कोटवा अस्पताल आज अपनी दुर्दशा पर आंशु बहाने को मजबूर हैं। सीएचसी का स्थानांतरण बनी गाँव में हो जाने के साथ इस अस्पताल के जो बुरे दिन शुरू हुये उसे प्रदेश के तत्कालीन चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह द्वारा समाप्त करने का आश्वाशन दिया गया। निर्माण के बाद भी यह अस्पताल अपने खोये गौरव को नहीं प्राप्त कर सका। उद्घाटन से पूर्व उक्त अस्पताल में लगे दर्जनों पंखे गायब होने के साथ अस्पताल के अन्दर कच्ची शराब का भण्डारण मिलना स्वास्थ्य विभाग के साथ पुलिस महकमे और आबकारी विभाग को खुली चुनौती भी हैं। सरायइनायत थाना क्षेत्र के कोटवा गाँव स्थित ठाकुर नवनीत सिंह स्मारक औषधालय कालांतर में जनपद का पहला प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र का गौरव प्राप्त किया। डेढ़ दशक पूर्व
जब शासन द्वारा उक्त अस्पताल को सीएचसी के रुप में विकसित कराने का निर्देश आया तब तत्कालीन बसपा विधायक प्रवीण पटेल ने उक्त अस्पताल को बनी गाँव में स्थानांतरित करा दिया।
जिसके लिये ग्रामीणों ने उनका जमकर विरोध भी किया। भाजपा सरकार के चिकित्सा मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह द्वारा उक्त अस्पताल को ट्रामा सेंटर के रूप में विकसित कराने का संकल्प लिया। साल भर पूर्व उक्त अस्पताल बनकर तैयार भी हो गयी, किन्तु विभागीय उदासीनता के चलते उद्घाटन भी नहीं हो सका। शनिवार को कुछ लोगों को इस बात की जानकारी हुई कि उक्त अस्पताल में अवैध कच्ची शराब का भण्डारण व निर्माण जोरों पर किया जा रहा हैं। सरकारी अस्पताल की आड़ में कुछ स्थानीय लोग उक्त अस्पताल में कच्ची शराब का कारोबार कर रहे हैं। सूचना पर पहुंचे ग्राम प्रधान जयराम सिंह हालात देखकर दंग रह गयें। मामले में पुलिस को भी सूचना दी गयी। मौके पर पहुंची पुलिस ने हजारों लीटर अवैध कच्ची शराब और लेहन बरामद किया। जांच के बाद पता चला कि उद्घाटन से पहले ही अस्पताल के दर्जनों पंखे भी गायब हो चुके हैं। प्रभारी चिकित्साधिकारी सीएचसी बनी डा0 मनीष मौर्य ने बताया कि उक्त अस्पताल का उद्घाटन अभी नहीं हुआ हैं इसके बावजूद एक फार्मासिस्ट को उक्त अस्पताल की देख रेख के लिये जिम्मेदारी दी गयी हैं। गौरतलब हैं कि वह फार्मासिस्ट इस अवैध कच्ची शराब के कारोबारियों के कार्यों में कैसे लिप्त हो गया तथा अस्पताल से गायब होने वाले पंखों के बारे में भी कोई सूचना क्यों नहीं दी। थाने की पुलिस व विभागीय अधिकारी अपने आपको जिम्मेदारियों से बचाते हुये छानबीन कर रहे हैं।