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उपहार के साथ कांग्रेस नेता और पारो का परिवार, फोटो-सूरज वार्ता |
मेजा, प्रयागराज (श्रीकान्त यादव)। 2019 में जब प्रियंका गांधी जी उत्तर प्रदेश की सियासत में प्रभावशाली भूमिका निभाने जा रही थी, उस दौरान उन्होंने प्रयागराज से वाराणसी तक की एक "नाव यात्रा" की थी। नाव यात्रा के दौरान ही मेजा के सिरसा में निषाद समाज की एक छोटी लड़की "पारो" से उनकी मुलाकात हुई। प्रियंका गांधी पारो की बातचीत तथा कम उम्र में राजनीति की समझ से इतनी प्रभावित हुई कि पारो को उन्होंने अपना मान लिया। निषाद समाज की बेटी पारो ने प्रियंका गांधी का प्रेम स्नेह पाकर इतनी प्रभावित हुई कि उसके दिलों में प्रियंका गांधी बस गई और उन्हें पारो ने अपनी बड़ी बहन के रुप में दिल में बसा लिया। पारो का प्रियंका गांधी पर अटूट विश्वास है। प्रियंका गांधी भी इस रिश्ते को बखूबी निभाती हैं। जब भी पारो या पारो का परिवार किसी छोटे या बड़े संकट में होता है तब प्रियंका गांधी पारो के परिवार के साथ हर छड़ खड़ी रहती हैं।
पारो की शिक्षा दीक्षा हो या कोरोना काल में परिवार की मदद, पारो के पैरो में जब तकलीफ हुई तब प्रियंका गांधी ने पारो की मदद की। प्रियंका गांधी नाव यात्रा के दौरान पारो से बने इस रिश्ते को निभाती रही। पारो बभनौटी मुहल्ला सिरसा मेजा प्रयागराज की रहने वाली है। पारो के पिता बृजलाल निषाद दैनिक मजदूर है, 11 जुलाई को उनकी बड़ी बेटी कुमारी दुर्गा के शुभ विवाह के अवसर पर प्रियंका गांधी ने अपना रिश्ता निभाते हुए इस परिवार के लिए विशेष उपहार के साथ अपनी शुभकामनाओं का पत्र भेजकर एक बार पुनः यह साबित किया कि वह सिर्फ रिश्ता बनाती ही नही बल्कि वह रिश्ता निभाती भी हैं। 11 जुलाई को दुर्गा की शादी में भेजे गए उपहार से पारो के परिवार में खुशी का माहौल है। कांग्रेस नेता नमस्ते यादव "जितेंद्र" सहित कई लोग शादी में पहुंच पारो की बहन दुर्गा को आशीर्वाद एवं शुभकामनाएं दी और प्रियंका गांधी के इस प्रेम भरे रिश्ते की जमकर सराहना की।