ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, पूर्णिमा सोमवार को भोर में 3:04 मिनट पर शुरू होगी, जो रात 11:55 बजे समाप्त होगी। जबकि भद्राकाल सुबह 5:30 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक रहेगा। इसके बाद ही राखी बांधना शास्त्र सम्मत है। राखी भद्राकाल समाप्त होने के बाद से रात 8:52 बजे तक बांधी जा सकेगी। इस तरह से देखें तो यूपी सहित पूरे भारत में दोपहर डेढ़ से लेकर रात में आठ बजकर 52 मिनट तक का समय राखी बांधने के लिए शुभ है...
प्रयागराज (राजेश सिंह)। मिठाइयों की चर्चा बगैर किसी पर्व का जश्न अधूरा है। रक्षाबंधन की बात हो तो लजीज मिठाइयों का स्वाद जुबां पर आ ही जाता है। शहर की नामी मिठाई की दुकानों पर ग्राहकों का रेला दिन भर लगा रहा। महाजनी टोला स्थित मिठाई कारोबारी राजीव अग्रवाल बताते हैं कि इस बार रक्षाबंधन को लेकर बाजार में उत्साह है।
रुक-रुक कर होती रही बारिश के बावजूद रविवार को भाई-बहन के पर्व का खुमार दिखा। सोमवार को भाइयों की कलाई पर बांधने के लिए रंग-बिरंगी राखियां खरीदने के लिए बहनों की भीड़ तमाम बाजारों में रही। इस दौरान भाई-बहन एक-दूसरे को देने के लिए गिफ्ट खरीदने में व्यस्त रहे। सिविल लाइंस, चौक, कटरा, अशोक नगर सहित शहर के अधिकतर इलाकों में स्थित मिठाई की दुकानों में ग्राहकों की भीड़ रही।
मिठाइयों की चर्चा बगैर किसी पर्व का जश्न अधूरा है। रक्षाबंधन की बात हो तो लजीज मिठाइयों का स्वाद जुबां पर आ ही जाता है। शहर की नामी मिठाई की दुकानों पर ग्राहकों का रेला दिन भर लगा रहा। महाजनी टोला स्थित मिठाई कारोबारी राजीव अग्रवाल बताते हैं कि इस बार रक्षाबंधन को लेकर बाजार में उत्साह है। मेवे, काजू की मिठाई समेत सोहन पापड़ी, बालूशाही बहनों ने खूब खरीदी। कहा कि उनके यहां अधिकांश मिठाई 600 रुपये की है।
इसी तरह सिविल लाइंस के मिठाई कारोबारी इंदर मध्यान ने बताया कि काजू बफीर्, मोतीचूर, मेवा बाइट के साथ मोतीचूर लड्डू की खासी डिमांड रही। कहा कि सूखी मिठाई ग्राहकों को ज्यादा पसंद आती है। वहीं सिविल लाइंस में ही मिठाई के एक अन्य कारोबारी रोहित केसरवानी ने बताया कि कलाकंद, मोतीचूर की बिक्री ज्यादा हुई। जीरोरोड के मिठाई कारोबारी अंकित गुप्ता ने बताया कि देशी घी से बनी मिठाईयों का अपना ही क्रेज है। कहा कि बहुत सी बहनों ने मिठाईयों की गिफ्ट पैकिंग भी करवाई। कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र गोयल ने बताया कि पर्व के मौके पर प्रयागराज में सिर्फ मिठाई का ही कारोबार दस करोड़ के ऊपर जाने का अनुमान है।
राखियों की दुकानों पर रही भीड़, खूब बिकी रामलला और कान्हा वाली राखियां
रक्षाबंधन को लेकर तकरीबन एक माह पूर्व ही थोक बाजार सज गया था, जबकि राखी बेचने के लिए फुटकर कारोबारियों ने अपनी दुकानें दो सप्ताह पहले ही लगा ली। पर्व के एक दिन पहले फुटकर दुकानों पर लोगों की खासी भीड़ उमड़ी। कारोबारी विकास केसरवानी ने बताया कि बाजार ठीक ही गया। उधर बहुत सी बहनों ने रामलला, कान्हा, राधा-कृष्ण वाली राखियां खरीदना पसंद की। कुछ बहनों ने अपने भाइयों के लिए सोने-चांदी और गुलाबी मीनाकारी की राखियां खरीदी।
बच्चों के लिए कार्टून किरदार वाली राखियां ही खरीदने में लोगों ने दिलचस्पी दिखाई। सराफा कारोबारी दिनेश सिंह ने कहा कि सराफा बाजार में भी चांदी की राखियां लोगों ने खरीदी। उधर बहुत सी बहनों ने अपने भाइयों के लिए स्मार्ट वॉच भी खरीदी। कारोबारी आशीष अरोड़ा ने बताया कि पर्व के मौके पर कुछ महिलाओं ने स्मार्ट वॉच खरीदने में दिलचस्पी दिखाई। उधर भाइयों ने भी अपनी बहनों के लिए साड़ी, सूट व डिजाइनर कपड़े खरीदे। रेडीमेड कपड़ों के भी गिफ्ट पैक लोगों ने खरीदे। त्योहार पर बहनों के लिए मोबाइल आदि की भी भाइयों ने खरीदे।