प्रयागराज (राजेश सिंह)। महाकुंभ में पर्यटकों और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए नाविकों, स्ट्रीट वेंडरों और टैक्सी ड्राइवरों को टूर गाइड के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। इससे जहां बाहर से आने वाले लोगों को महाकुंभ क्षेत्र की विस्तार से जानकारी मिल सकेगी, वहीं प्रशिक्षण के बाद स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी उपलब्ध होंगे।
महाकुंभ में पर्यटन को गति देने के लिए प्रयागराज में विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। माना जा रहा है कि इससे 45 हजार से अधिक परिवारों को प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा। इसके साथ ही समस्त धार्मिक पर्यटन स्थलों के आसपास भी रोजगार के नए स्रोत विकसित होंगे। प्रशिक्षित होने वालों में दो हजार के करीब नाविक शामिल हैं। इसके अलावा स्ट्रीट वेंडर्स, टैक्सी ड्राइवरों को भी प्रशिक्षण देकर टूर गाइड के लिए तैयार किया जा रहा है। इन्हें कौशल विकास और मैनेजमेंट की ट्रेनिंग दी जा रही है, ताकि भीड़ नियंत्रण के साथ ही ये पर्यटकों और श्रद्धालुओं को महाकुंभ की परंपरा और महत्ता से रूबरू करा सकें।
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह बताती हैं कि पर्यटन विभाग ने इसके लिए कांशीराम पर्यटन प्रबंधन संस्थान लखनऊ और एक अन्य संस्था के साथ एक एमओयू साइन किया है, जिसके अंतर्गत ट्रेनिंग चल रही हैं। अब तक करीब 300 नाविकों को कौशल विकास की ट्रेनिंग दी जा चुकी है। संस्थान के असिस्टेंट प्रोफेसर प्रखर तिवारी की अगुवाई में यह ट्रेनिंग चल रही है।
उन्होंने बताया कि अब तक यहां टूर गाइड के सात बैच की ट्रेनिंग पूरी हो चुकी है, जिसमें 420 टूर गाइड प्रशिक्षित होकर सेवाएं देने को तैयार हैं। इस प्रशिक्षण के बाद अब नाविक नौकायन से आगे बढ़कर रिवर गाइड की भूमिका का निर्वहन कर सकेंगे। इससे नदियों में धार्मिक स्थलों के किनारे नाव चलाने वाले हजारों नाविकों को रोजगार मिलेगा और पर्यटन स्थलों का वातावरण भी बेहतर होगा।
1200 स्ट्रीट वेंडर्स और टैक्सी ड्राइवर होंगे प्रशिक्षित
प्रयागराज में 600 स्ट्रीट वेंडर्स और 600 टैक्सी ड्राइवर्स को भी प्रशिक्षण दिया जाना है। इसके अंतर्गत अभी तक 250 स्ट्रीट वेंडर्स और 120 टैक्सी ड्राइवर्स को ट्रेनिंग दी जा चुकी है। पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह के अनुसार, पर्यटकों के प्रति संवेदनशील बनाने और पर्यटक स्थलों एवं मार्गों पर स्वच्छता की जानकारी देने के लिए इनका प्रशिक्षण भी आवश्यक है।
पीडीए की 36 परियोजनाएं अधूरी, नवंबर में पूरा करने का लक्ष्य
महाकुंभ में पीडीए की ओर से 50 परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इसमें अब तक सिर्फ चार पूरी हो सकी हैं। 15 नवंबर तक 31 परियोजनाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जबकि शेष 15 परियोजनाएं 30 नवंबर तक पूरी होने की संभावना जताई जा रही है। इस संबंध में पीडीए के सचिव अजीत कुमार सिंह का कहना है कि महाकुंभ के सभी कार्यों को समय से पहले पूरा कराने के हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।
हनुमान मंदिर कॉरिडोर 10 दिसंबर तक होगा पूरा
महाकुंभ के प्रमुख आकर्षणों में शामिल हनुमान मंदिर कॉरिडोर का कार्य 10 दिसंबर 2024 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह कॉरिडोर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र होगा।